लखनऊ। साईबर क्राईम की टीम ने चिन्हट पुलिस की टीम के साथ मिल कर आलमबाग इलाके से न्याय विहार कालोनी गली नम्बर 12 भिटौली के रहने वाले 30 वर्षीय गोपाल मौर्या और सुन्दर नगर आलमबाग के रहने वाले 27 वर्षीय भरत शर्मा को गिरफ्तार कर फर्ज़ी आईडी पर एक्टीवेट किए गए 5 हज़ार 28 सिम कार्ड विभन्न कम्पनियो के 34 मोबाईल फोन और दो बायोमेट्रिक डिवाईस बरामद किए है।
पुलिस के मुताबिक, फरवरी माह मे साईबर सेल मे दर्ज शिकायत दर्ज कराई गई थी कि शिकायतकर्ता के यूनियन बैंक के खाते से 10 हज़ार 799 रूपए फोनपे और डव्ठप्ज्ञॅप्ज्ञण्ब्व्ड के माध्यम से आन लाईन ट्रान्सफर कर लिए गए। शिकायत के आधार पर की गई जाॅच मे प्रकाश मे आए दो अपराधियो की गिरफ्तारी के बाद जालसाज़ो ने पुलिस को जो जानकारियां दी वो चैकाने वाली थी। गिरफ्तार किए गए जालसाज़ो ने पुलिस को बताया कि ये लोग गांव गांव मे जाकर कैनोपी लगा कर विभिन्न कम्पनियो के सिम एक्टीवेट करके सस्ते दामों मे बेचते थे और ग्राहको से सिम लेने से पहले उनकी आईडी लेकर आईडी का दुरूपयोग करते हुए ग्राहक की आईडी पर दो से पाॅच सिम एक्टीवेट कर लिया करते थे ग्राहक की आईडी से एक्टीवेट एक सिम उसे देकर दूसरे एक्टीवेटेड सिम अपने पास ही रख लिया करते थे ।
जालसाज़ो के कुबूल नामे के अनुसार ग्राहको की आईडी पर एक्टीवेड किए गए सिम से एयरटेल बैंक बना कर किसी नम्बर से रेफरल कोड डाल कर विभिन्न वालेट जैसे फोनपे , गूगलपे, मोविक्विक जैसे वालेट व अन्य वालेट एक्टिव कर कैशबैक लेकर अपने बैंक खाते में ट्रान्सफर कर लेते थे ग्राहको की आईडी से एक्टीवेट किए गए फर्ज़ी सिमो को ये जालसाज़ फर्ज़ी काल सेन्टरो को भी सप्लाई करते थे और अपने द्वारा बनाए गए ई वालेट भी फर्ज़ी काल सेन्टरो को उपलब्ध कराते थे । ई वालेट मे रूपए आने पर उन्हे ओटीपी उपलब्ध कराते थे।साईबर सेल ने आम जनता से अपील की है कि सिम लेते समय एक ही बार अपना फोटो क्लिक करवाए। साईबर सेल लगातार साईबर अपराधियों पर शिकंजा कस रहा है लेकिन लोगो की भी ये ज़िम्मेदारी है कि लोगे भी जागरूक रहे।