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मथुरा , सिंडीकेट बैंक के 32 करोड़ के कर्ज में डूबी शिवाजी नगर स्थित टेंटीवाल वायर एंड प्रोडक्ट फैक्ट्री को प्रशासन और बैंक अफसरों की मौजूदगी में सीज कर बैंक के सुपुर्द कर दिया गया। अधिकारी जगन्नाथ पुरी स्थित आवास पर भी पहुंचे जहां महिलाओं और स्वामी के अनुनय विनय पर पांच दिन की मौहलत और दी गई है।
होटल ड्यूक पैलेस के पीछे टेंटीवाल वायर एंड प्रोडक्ट फैक्ट्री पर वर्ष 2015 तक बैंक आॅफ इंडिया का करीब 25 करोड़ का कर्ज था। इसके बाद ये लोन सिंडीकेट बैंक में स्थानांतरित हो गया। फर्म की खराब आर्थिक स्थिति के बाद भी बैंक ने कुछ ऋण और दिया। बैंक अधिकारियों ने बताया कि फैक्ट्री स्वामी पर 32 करोड़ का कर्ज है। लेकिन बीते दो सालों से कारखाने के स्वामी राधापद टेंटीवाल उर्फ बादल टेंटीवाल द्वारा बैंक में एक फूटी कौड़ी भी जमा नहीं की गई। इसके लिए उन्हें समय-समय पर नोटिस भी दिए गए। लेकिन इसका भी कोई असर नहीं हुआ। बैंक ने अपने ऋण की वसूली के लिए प्रशासनिक औपचारिकताएं पूरी करनी शुरू कर दी।
सोमवार को प्रशासनिक अफसर, बैंक के अधिकारी पुलिस बल के साथ शिवाजी नगर स्थित फैक्ट्री पर पहुंचे। इस कार्रवाई के बारे में फैक्ट्री स्वामी को भी बता दिया गया था लेकिन मौके पर कोई नहीं पहुंचा। यहां पर कार्रवाई के बाद अधिकारियों का दल जगन्नाथ पुरी स्थित आवास पर पहुंचा। यहां भी सीज करने की कार्रवाई की जानी थी लेकिन कर्जदार ने पांच दिन की मौहलत मांगी इस पर अधिकारी सहमत हो गए। अधिकारियों ने बताया कि दो-तीन साल से कोई रिकवरी नहीं हो रही थी। नोटिस दिये गये, व्यक्तिगत संपर्क किया गया लेकिन कोई रिकवरी नहीं हुई, पूरी बैंकिंग कार्यवाही के बाद फिजीकल पजेषन लिया गया है।