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लखनऊ। मध्य प्रदेश के राज्यपाल तथा लखनऊ के पूर्व सांसद लालजी टंडन के स्वास्थ्य में अपेक्षित सुधार नहीं होता देख उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को मध्य प्रदेश के राज्यपाल का अतिरिक्त भार दिया गया है। आनंदीबेन पटेल उत्तर प्रदेश की राज्यपाल मनोनीत होने से पहले मध्य प्रदेश की राज्यपाल थीं। उनको आज ही भोपाल जाकर राज्यपाल पद की शपथ लेनी थी, लेकिन उनका आज का कार्यक्रम स्थगित हो गया है।
लखनऊ के मेदांता अस्पताल में इलाज करा रहे लालजी टंडन को 11 जून को भर्ती कराया गया था। उनके स्वास्थ्य में सुधार की स्थिति उतार चढ़ाव वाली है। वेंटीलेटर सपोर्ट के बाद अब उनको बाई-पैप मशीन पर रखा गया है। मेदांता अस्पताल के निदेशक, प्रोफेसर राजीव कपूर ने बताया कि उनकी मांसपेशियां कमजोर हो गई हैं। ऐसे में वह खुद सांस नहीं ले पा रहे हैं। इसके कारण उन्हेंं प्रेशर में ऑक्सीजन दी जा रही है। अस्पताल के डॉक्टरों की टीम इलाज में जुटी है। इससे पहले भी कई सरकारी डॉक्टरों से भी इलाज के लिए सलाह ली गई है। एम्स दिल्ली, पीजीआइ, केजीएमयू के डॉक्टरों ने भी इलाज को लेकर परामर्श दिया। उनको ऑक्सीजन सपोर्ट दिया गया है। उन्हेंं बुखार होने पर 11 जून को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
मध्य प्रदेश में राज्यपाल लालजी टंडन की लम्बे समय से अनुपस्थिति की वजह से राजभवन का काम प्रभावित हो रहा था। जिसके कारण यह यह फैसला लिया गया है। राष्ट्रपति सचिवालय की ओर से अतिरिक्त कार्यभार के संबंध में अधिसूचना जारी कर दी गई है। मध्य प्रदेश में आनंदीबेन पटेल को राज्यपाल का अतिरिक्त कार्यभार मिलने के साथ ही मध्य प्रदेश सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सियासी गरमी तेज हो गई है। रविवार को दिल्ली पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संभावित मंत्रियों की सूची को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगतप्रकाश नड्डा, संगठन महामंत्री बीएल संतोष और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से लंबी चर्चा की। इससे इस बात की संभावना है कि मंत्रिमंडल में 30 जून को नए सदस्यों को शपथ दिलाई जा सकती है। मुख्यमंत्री के रूप में शिवराज सिंह चौहान को लगभग सौ दिन पूरे हो रहे हैं, लेकिन उनकी टीम पूरी तरह गठित नहीं हो पाई है।