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<p style="text-align: justify;">अडानी ग्रुप के चेयरमेन गौतम अडानी ने 13 जुलाई को इस बात की घोषणा की है कि अडानी ग्रुप ने मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट का प्रबंध नियंत्रण GVK ग्रुप से अपने हाथों में ले लिया है. एमआईएएल बोर्ड की बैठक के बाद अडानी एयरपोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड (एएएचएल) ने जीवीके ग्रुप से मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट की कमान ले ली.</p>
<p style="text-align: justify;">गौतम अडानी ने कहा- "हमें विश्वस्तरीय मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट का प्रबंधन संभालते हुए खुशी हो रही है. हम मुंबई को गौरवान्वित करने का वादा करते हैं. अडानी समूह व्यापार, अवकाश और मनोरंजन के लिए भविष्य का एक एयरपोर्ट इको सिस्टम तैयार करेगा. "</p>
<p style="text-align: justify;">कंपनी ने कहा- “साल 2024 तक भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा विमानन बाजार बनने के साथ, अडानी समूह के छह हवाई अड्डों के मौजूदा पोर्टफोलियो के अलावा मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और उसके बाद ग्रीनफील्ड नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (एनएमआईएएल) का संचालन एक परिवर्तनकारी विमानन मंच प्रदान करता है. जिससे अदानी समूह को अपने बी2बी और बी2सी कारोबार को आपस में जोड़ने के साथ-साथ समूह के अन्य बी2बी व्यवसायों के लिए कई रणनीतिक निकटताएं बनाने की सहुलियत देता है.”</p>
<p style="text-align: justify;">अडानी ने कहा- "हमारा बड़ा उद्देश्य हवाई अड्डों को पारिस्थितिक तंत्र के रूप में पुनर्निर्मित करना है जो स्थानीय आर्थिक विकास को संचालित करता है और नाभिक के रूप में कार्य करता है, जिसके चारों ओर हम विमानन से जुड़े व्यवसायों को उत्प्रेरित कर सकते हैं. इनमें महानगरीय विकास शामिल हैं जो मनोरंजन सुविधाओं, ई-कॉमर्स और लॉजिस्टिक्स क्षमताओं, विमानन पर निर्भर उद्योग, स्मार्ट शहर के विकास और अन्य नवीन व्यावसायिक अवधारणाओं तक फैले हुए हैं.”</p>
<p style="text-align: justify;">गौरतलब है कि हाल में अडानी ग्रुप के लखनऊ लखनऊ, जयपुर, गुवाहाटी, अहमदाबाद, तिरुवनंदपुरम, और मंगलुरू एयरपोर्ट्स को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल के जरिए चलाने की इजाजत मिली है. अडानी एयरपोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड भारत की बड़ी एयरपोर्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी है, जिसके नियंत्रण वाले हवाईअड्डे पर आने वालों की संख्या का 25 प्रतिशत है और भारत के हवाई माल ढुलाई के 33 प्रतिशत को नियंत्रित करती है.</p>
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