लखनऊ, उत्तर प्रदेश में कानपुर के बर्रा क्षेत्र में पैथालाजी तकनीशियन की अपहरण के बाद हत्या के मामले में गंभीर रूख अपनाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिण अर्पणा गुप्ता, तत्कालीन डिप्टी एसपी मनोज गुप्ता समेत 4 अधिकारियों को निलंबित करने के निर्देश दिए। तत्कालीन एसओ बर्रा रणजीत राय थाना एवं चौकी इंचार्ज राजेश कुमार सस्पेंड कर दिया गया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अपराध की घटनाओं को लेकर सीएम योगी पुलिस से बेहद नाराज हैं। सूत्रों ने बताया कि सीएम योगी ने बड़े अधिकारियों से कहा है कि कानपुर के पुलिस वालों ने कानून व्यवस्था को लेकर मेरे चल रहे अभियान को धक्का पहुंचाया है। इन पर सख्त करवाई की जरूरत है।
मामले संबंधित आधिकारिक प्रवक्ता ने शुक्रवार को बताया कि बर्रा क्षेत्र में युवक के अपहरण के सिलसिले में कर्तव्यपालन में लापरवाही बरतने के आरोप में थाना प्रभारी रणजीत राय और चौकी इंचार्ज राजेश कुमार को पहले ही निलंबित किया जा चुका है। इसी क्रम में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी ने अपर पुलिस अधीक्षक अर्पणा गुप्ता और तत्कालीन क्षेत्राधिकारी मनोज गुप्ता को निलंबित कर दिया। उन्होंने कहा कि सरकार ने अपर पुलिस महानिदेशक पीएचक्यू वी पी जोगदंड को निर्देश दिया है कि वह कानपुर जाकर पता करें कि अपहरण की इस घटना में फिरौती की रकम दी गई थी या नहीं।
गौरतलब है कि पिछली 22 जून को बर्रा पांच निवासी चमनलाल के इकलौते पुत्र संजीत यादव का अपहरण कर लिया गया था। पुलिस ने बीती रात खुलासा किया कि अपहृत युवक की उसके दोस्तों ने हत्या कर दी है और शव को पांडु नदी में बहा दिया है। पुलिस ने इस सिलसिले में चार युवकों को गिरफ्तार किया है। परिजन इस मामले में लगातार पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप लगा रहे हैं।