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क्या आप भी बार-बार लेते है सेल्फी तो जरूर जानिए क्या हैं इसके साइड इफेक्ट

यदि आप भी बहुत अधिक सेल्फी खींचने का शौक रखते हैं, तो अब जरूरत है आपको अलर्ट होने की।
जानकारी के अनुसार भारत में एक अध्य्यन से पता चला है कि आपको सैल्फी की दीवानगी आपको काफी नुकशान पंहुचा सकती है। हाल ही में ब्रिटेन की नाटिंघम ट्रेंट यूनिवर्सिटी और तमिलनाडु के थिगाराज स्कूल ऑफ मैनेजमेंट (टीएसएम) ने रिसर्च कर बताया कि, हमारे देश में सबसे ज्यादा मोते सेल्फी के कारण ही हुयी है।

शोधकर्ताओं का मानना है की हमें पता भी नहीं चलता और सेल्फी धीरे-धीरे एक विकार बन जाती है। शोधकर्ताओं के मुताबिक बताया गया कि, फेसबुक के सबसे ज्यादा यूजर्स हमारे देश में ही हैं।
रिसर्च से यह बात सामन आई है कि, सेल्फी का स्किन पर इतना ज़्यादा प्रभाव पड़ता है कि जिस साइड से आप अक्सर सेल्फी लेते हैं, उस साइड की स्किन ड्राई हो जाती है। ऐसे में जब आप उस जगह पर कोई भी क्रीम लगाते हैं तो वह बेअसर रहती है। मोबाइल फोन से पडऩे वाली लाइट और रेडिएशन स्किन को धूप की किरणों से 3 गुना ज्यादा नुकसान पहुंचाती है। ऐसे में सेल्फी की आदत आपकी स्किन को बूढ़ा बना सकती है।

दरअसल मोबाइल फोन की तरंगें सीधे डीएनए को नुकसान पहुंचाती है, जिसकी वजह से स्किन की नेचुरल रिपेयर क्षमता दिन-प्रतिदिन कम होती जाती है और आप समय से पहले ही बूढ़े दिखने लगते हैं।
सेल्फी नया ट्रेंड हैं और इससे होने वाले नुकसान के पीढि़तों की कहानी आपको सुनाई नहीं दी परंतु अब इसके नुकसानों पर चर्चा शुरू हो चुकी हैं और आपकी त्वचा इसका पहला शिकार हो सकती है। अगर आप उन लोगों में से हैं जिन्हें सेल्फी का शौक नहीं तो आप भी जान लें स्मार्टफोन अपने आप में आपकी त्वचा के रंग के लिए बुरी खबर है।

इसके अलावा टेक नेक जैसे शब्दों ने आपके शरीर को स्मार्टफोन से होने वाले नुकसानों के लिए शब्दावली देना शुरू कर दिया है। टेक नेक लगातार स्क्रीन की तरफ देखने से होने नुकसान को दिखाता है। आपके स्मार्टफोन का लगातार आपके गालों को दबाने से आपकी त्वचा पर बैक्टेरिया आ जाते हैं तो टॉयलेट सीट से भी अधिक नुकसानदायक हो सकते हैं।

सेल्फी लेने से न केवल त्वचा सम्बंधित बीमारियां होने का खतरा होता है बल्कि अन्य घातक बीमारियां आपको घेर सकती हैं। सेल्फी लेने के लिए जब आप  हाथ ऊपर उठाते हैं, तो कोहनी मुड़ी हुई रहती है। लोग इसी स्थिति में लगातार 20-30 क्लिक कर जाते हैं। ऐसे में मांसपेशियों पर अधिक दबाव पड़ता है, जिससे उनमें सूक्ष्म विघटन होता है। इससे कोहनी में सूजन और दर्द की समस्या शुरू हो जाती है।

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