बीजिंग, चीन के वैज्ञानिकों ने देश में कोरोना वायरस के केंद्र वुहान में एक टीके के क्लीनिकल परीक्षण का दूसरा चरण शुरू किया है। मीडिया रिपोर्ट के इस टीके को इंस्टीट्यूट ऑफ बायोटेक्नोलॉजी, एकेडमी ऑफ मिलिट्री मेडिकल साइंसेज ऑफ चाइना ने कोरोना वायरस के इलाज के लिए विकसित किया है। रविवार को इसके दूसरे चरण के परीक्षण में 500 स्वयंसेवियों ने हिस्सा लिया।
इसमें सबसे उम्रदराज स्वयंसेवी वुहान निवासी 84 वर्षीय शोंग झेंगशिंग हैं जिन्होंने सोमवार की सुबह टीकाकरण पूरा कर लिया। उनके साथ उनकी बेटी भी थी। रिपोर्ट में बताया गया है कि टीके को जेनेटिक इंजीनियरिंग के तरीके से विकसित किया गया है और कोरोना वायरस के कारण होने वाली बीमारियों में इस्तेमाल किया जाएगा।
टीके के क्लीनिकल परीक्षण के पहले चरण में जहां इसकी सुरक्षा पर ध्यान दिया गया वहीं दूसरे चरण में इसकी प्रभाविता पर जोर दिया गया।