भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा (Wriddhiman Saha) से राष्ट्रीय टीम से बाहर किए जाने के बाद बोर्ड अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) और मुख्य कोच राहुल द्रविड़ पर की गई टिप्पणी के लिये स्पष्टीकरण मांग सकता है, क्योंकि उसे लगता है कि केंद्रीय अनुबंधित खिलाड़ी होने के कारण उन्होंने नियमों का उल्लंघन किया है.
बता दें कि 37 साल के साहा को जब श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ के लिए टीम इंडिया में शामिल नहीं किया गया तो उन्होंने कोच राहुल द्रविड़ और बोर्ड अध्यक्ष सौरव गांगुली व चीफ सेलेक्टर चेतन शर्मा के साथ हुई बातचीत को सार्वजनिक कर दिया था.
केंद्रीय अनुबंध में ग्रुप बी में शामिल साहा के बारे में पता चला है कि उन्होंने नियम 6.3 का उल्लंघन किया है. इस नियम के अनुसार, कोई भी खिलाड़ी खेल, अधिकारियों, खेल में हुई घटनाओं, प्रौद्योगिकी के उपयोग, चयन मामलों या खेल से संबंधित किसी भी अन्य मामले के बारे में किसी तरह के मीडिया में ऐसी टिप्पणी नहीं करेगा जो बीसीसीआई की राय में प्रतिकूल है या खेल, टीम या बीसीसीआई के हित में नहीं है.
गौरतलब है कि रिद्धिमान साहा ने अपने चयन को लेकर कोच राहुल द्रविड़, चयन समिति के अध्यक्ष चेतन शर्मा और सौरव गांगुली के साथ हुई निजी बातचीत का खुलासा सार्वजनिक किया था. बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा, हां, ऐसी संभावना है कि बीसीसीआई ऋद्धिमान से पूछे कि केंद्रीय अनुबंधित क्रिकेटर होने के बावजूद उन्होंने चयन मामलों पर क्यों बात की.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि साहा को श्रीलंका के खिलाफ होने वाली दो मैचों की टेस्ट सीरीज में नहीं चुना गया था. उनकी जगह आंध्रा के विकेटकीपर बल्लेबाज़ केएस भरत को रिजर्व विकेटकीपर के रूप में टीम में शामिल किया गया है.
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