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Bisuhi River in Gonda: उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के खरगूपुर थाना क्षेत्र के पचरुखी मनोहर जोत गांव निवासी तीन किशोर बुधवार दोपहर बिसुही नदी में नहाते समय डूब गए. हादसे की जानकारी मिलने के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
राशन लेने निकले थे घर से बाहर
उपजिलाधिकारी सूरज पटेल ने बताया कि घाघरा, मनवर और कुआनो नदियों का जलस्तर बढ़ने से बिसुही नदी में बाढ़ आ गई है और इसके कारण जिले के इटियाथोक और रुपईडीह विकासखंडों के लगभग 40 गांव जलमग्न हो गए हैं. बुधवार दोपहर तीन लड़के विक्रांत कुमार वर्मा (12), छोटेलाल (12) और आनंद कुमार मिश्र (15) राशन लाने के लिए घर से निकले थे. रास्ते में भोलाजोत गांव के पास तीनों बिसुही नदी में नहाने लगे. बाढ़ के कारण नदी में पानी अधिक होने से तीनों डूब गए.
गोताखोरों की टीम कर रही है तलाश
घटना की जानकारी मिलने पर आसपास के लोगों ने पहले अपने स्तर पर नदी में किशोरों को ढूंढने का प्रयास किया. इसके बाद पुलिस और प्रशासन को सूचित किया गया. सूचना पाकर अधिकारियों ने नवाबगंज से गोताखोरों की टीम को बुलवाकर लड़कों की तलाश शुरू करवा दी है.
शामली में हुई थी इंजीनियर की मौत
बता दें कि, हाल ही में उत्तर प्रदेश के शामली जिले में मूर्ति विसर्जन करने के दौरान 35 वर्षीय इंजीनियर पैर फिसलने के कारण यमुना में डूब गया था. इंजीनियर के यमुना में डूबने की सूचना पर पुलिस और गोताखोरों की टीम मौके पर पहुंची थी. करीब एक घंटे बाद शव यमुना से बाहर निकालने में कामयाबी मिली थी. इंजीनियर की मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया था.
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