उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश ने अब तक देश को कितने राष्ट्रपति दिए हैं, जानिए सबकुछ

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उत्तर प्रदेश ने अब तक देश को 9 प्रधानमंत्री दिए हैं. अगर राष्ट्रपति की बात करें तो उत्तर प्रदेश से राष्ट्रपति बनने वालों की संख्या प्रधानमंत्री के मुकाबले काफी कम है. सूबे में अब तक सिर्फ दो राष्ट्रपति दिए हैं. जिनके नाम जाकिर हुसैन और रामनाथ कोविंद हैं. रामनाथ कोविंद का संबंध कानपुर से है. सबसे अधिक राष्ट्रपति तमिलनाडु से बने हैं. इस राज्य ने देश को तीन राष्ट्रपति दिए हैं. अगर उत्तर प्रदेश से संबंध रखने वाले उपराष्ट्रपति की बात की जाए तो इस राज्य से अब तक 3 उपराष्ट्रपति हुए हैं.

उत्तर प्रदेश से संबंध रखने वाले राष्ट्रपति

जाकिर हुसैन

डाक्टर जाकिर हुसैन भारत के तीसरे राष्ट्रपति थे. उनका कार्यकाल 13 मई 1967 से लेकर 3 मई साल 1969 तक था. जाकिर हुसैन का जन्म 8 फरवरी साल 1897 हैदराबाद के पठान परिवार में हुआ था. जब वह 10 साल के थे तब उनके पिता की मौत हो गई उसके बाद उनका परिवार हैदराबाद से उत्तर प्रदेश के कायमगंज आकर बस गया. इनकी प्रारंभिक शिक्षा इस्लामिया हाई स्कूल, इटावा और एंग्लो-मुस्लिम ओरिएंटल कॉलेज से पढाई हुई. इस कॉलेज को अब अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के नाम से जाना जाता है.

डॉ. जाकिर हुसैन ने मात्र 23 साल की उम्र में अपने सहयोगियों के साथ मिलकर जामिया मिलिया इस्लामिया की नींव रखी थी. इसके बाद वह जर्मनी चले गए और अर्थशास्त्र में पी.एच.डी की. 29 साल की उम्र जाकिर हुसैन जामिया के कुलपति बने. साल 1952 में वे राज्यसभा के सदस्य बने. इसके बाद साल 1957 में वे बिहार के राज्यपाल रहे. डाक्टर जाकिर हुसैन को साल 1962 में उपराष्ट्रपति और साल 1967 में राष्ट्रपति बनने का मौका मिला. शिक्षा और राजनीति के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने के लिए उन्हें साल 1963 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया. 

रामनाथ कोविंद

रामनाथ कोविंद देश के 14वें और वर्तमान राष्ट्रपति हैं. इनका जन्म उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुआ है. रामनाथ कोविंद ने अपनी पढ़ाई कानपुर यूनिवर्सिटी से की है. साल 1977 से साल 1979 तक इन्होंने दिल्ली हाईकोर्ट में वकालत की. साल 1994 में रामनाथ कोविंद उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सांसद निर्वाचित हुए. साल 2015 में वह बिहार के राज्यपाल बने. इसके बाद साल 2017 में रामनाथ कोविंद देश के राष्ट्रपति चुने गए.

उप राष्ट्रपति

गोपाल स्वरूप पाठक

गोपाल स्वरूप पाठक का जन्म 26 जनवरी साल 1896 को उत्तर प्रदेश के बरेली में हुआ था. इनके पिता का नाम पंडित कृष्ण स्वरूप पाठक था. गोपाल स्वरूप पाठक ने अपनी पढ़ाई इलाहाबाद विश्वविद्यालय से की. वह साल 1945-46 में इलाहाबाद उच्च नायायलय के न्यायाधीश रहे. इसके बाद साल 1960 से 1966 तक राज्यसभा सदस्य, साल 1967 से 1969 तक मैसूर के राज्यपाल और 31 अगस्त 1969 से लेकर 30 अगस्त साल 1974 तक भारत के उपराष्ट्रपति रहे.

मोहम्मद हिदायतुल्लाह

मोहम्मद हिदायतुल्लाह भारत के छठें उपराष्ट्रपति थे. इनका जन्म 17 दिसंबर साल 1905 को ब्रिटिश अधीन लखनऊ में खान बहादुर हाफिज मोहम्मद विलायतुल्लाह के परिवार में हुआ था. इनके पिता खान बहादुर हाफिज विलायतुल्लाह उर्दू के प्रसिद्ध कवि थे. जबकि दादा मुंशी कुदरतुल्लाह वाराणसी में जाने-माने वकील थे. मोहम्मद हिदायतुल्लाह देश के 11वें मुख्य न्यायाधीश भी रह चुके हैं. उपराष्ट्रपति के रूप में उनका कार्यकाल 31 अगस्त साल 1979 से लेकर 30 अगस्त साल 1984 तक था. 

मोहम्मद हामिद अंसारी

देश के 14वें उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी का जन्म कोलकाता में हुआ था. लेकिन इनका संबंध उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से है. उन्होंने अपनी पढ़ाई सेंट एडवर्डस हाई स्कूल शिमला, सेंट जेवियर्स कोलकाता और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से की है. हामिद अंसारी ने अपने करियर की शुरुआत भारतीय विदेश सेवा में एक ब्यूरोक्रेट्रस के तौर पर साल 1961 में की थी. इसके अलावा वह संयुक्त अरब अमीरात तथा ईरान में भारत के राजदूत के तौर पर भी काम किया. साल 1984 में उन्हें पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया. साल 2002 में हामिद अंसारी को उपराष्ट्रपति चुना गया. इसके बाद साल 2012 में उन्हें दोबारा उपराष्ट्रपति के लिए चुना गया.

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