
Iran: ईरान में एक पहलवान को आर्थिक भ्रष्टाचार का विरोध करना इतना महंगा पड़ गया कि उसको मौत की सजा सुना दी गई है. बॉक्सिंग चैंपियन का नाम मोहम्मद जवाद है जिसकी उम्र 26 साल है. बताया जा रहा है कि जवाद को नवंबर 2019 में विरोध प्रदर्शन के लिए मौत हो सकती है. वहीं, साल 2020 में इसी तरह के मामले में एक पहलवान नाविद अफकारी को फांसी की सजा दी गई थी.
इजरायली के अखबार के मुताबिक, नाविद को बचाने के लिए अभियान चलाने वाली पत्रकार और मानवधिकार कार्यकर्ता मसीह अलीनेजाद ने ही दुनिया को मोहम्मद जवाद को मिली सजा के बारे में बताया है. मसीह ने ट्वीट कर कहा कि, ईरान में एक और पहलवान को नवंबर 2019 में प्रदर्शन करने के आरोप में मौत की सजा सुनाई गई है. उन्होंने बताया कि मोहम्मद जवाद एक बॉक्सिंग चैंपियन हैं और उसे मौत की सजा दी गई है.
Death sentence for another athlete in Iran for the crime of protesting in Nov 2019.
Mohammad Javad, 26, is a boxing champion. They sentenced him to death for “spreading corruption on Earth”.
We couldn’t save Navid Afkari Iranian wrestler. Global athletes may help us this time. pic.twitter.com/e3lTgkuEbE
— Masih Alinejad 🏳️ (@AlinejadMasih) January 15, 2022
मसीह ने दुनिया से अपील करते हुए कहा कि, हम ईरानी पहलवान नाविद अफकारी को बचाने में नाकाम हुए थे. अब जब एक और पहलवान की जिंदगी पर बात आयी है तो दुनियाभर के एथलीट इस बार हमारी मदद कर सकते हैं. उन्होंने आगे कहा कि, मोहम्मद जावेद वफाइई देशव्यापी प्रदर्शन में हिस्सा लेने के आरोप में मौत की सजा का सामना कर रहे हैं. जानकारी के मुताबिक, नाविद अफकारी को फांसी की सजा के बाद दो अन्य एथलीटों को फांसी की सजा दी गई थी. बॉक्सर अली मुतैरी को जेल में बेहद प्रताड़ित किया गया था तो वहीं रेसलर मेहदी अली हुसैनी को पिछले साल फांसी की सजा दी गई.
हर साल देते 250 लोगों को फांसी
मीडियो रिपोर्ट की माने तो आंकड़ों के मुताबिक ईरान में हर साल करीब 250 लोगों को फांसी दी जाती है. बताया जाता है कि यहां बेहद क्रूरतापूर्ण फांसी पर लटकाया जाता है. इसके अलवा कोड़े बरसाए जाते हैं.
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