अंतरराष्ट्रीय

Russia-Ukraine War: बाइडेन और जेलेंस्की के बीच बातचीत, इन मुद्दों पर 30 मिनट चली चर्चा

यूक्रेन संकट के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने प्रतिबंधों और रक्षा सहायता के बारे में बात की. व्हाइट हाउस ने पुष्टि की है कि बातचीत करीब 30 मिनट तक चली. यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर ज़ेलेंस्की का कहना है कि “ठोस रक्षा सहायता और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ युद्ध-विरोधी गठबंधन” पर चर्चा हुई.

यूक्रेन की राजधानी पर केंद्रित रूसी हमला
शुक्रवार को रूस के आक्रमण का दूसरा दिन यूक्रेन की राजधानी पर केंद्रित था, जहां ‘एसोसिएटेड प्रेस’ के पत्रकारों ने तड़के से पहले विस्फोट की आवाजें सुनीं और कई क्षेत्रों से गोलियां चलने की सूचना भी है. रूसी सैनिकों ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर हमला बोला. सरकारी इमारतों के पास गोलीबारी और विस्फोटों की आवाजें गूंज रही थी. रूस की इस कार्रवाई से यूरोप में व्यापक युद्ध की आशंकाएं पैदा हो गई है.

युद्ध से सैकड़ों लोगों के हताहत होने की सूचनाओं के बीच कीव में इमारतों, पुलों और स्कूलों के सामने भी गोलीबारी और विस्फोटों की घटनाएं हुई हैं. इस बात के भी संकेत बढ़ रहे थे कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन की सरकार को उखाड़ फेंकने की कोशिश कर रहे हैं.

NATO के चीफ का बयान
नाटो प्रमुख जेन्स स्टोल्टेनबर्ग ने यूक्रेन पर रूस के हमले को पूरी यूरोपीय सुरक्षा व्यवस्था पर हमला करार दिया है. जेन्स स्टोल्टेनबर्ग ने कहा, “यूक्रेन पर रूस का हमला यूक्रेन पर हमले से कहीं ज्यादा है. यह यूक्रेन में निर्दोष लोगों पर एक विनाशकारी भयानक हमला है. यह पूरी यूरोपीय सुरक्षा व्यवस्था पर भी हमला है. और, यही कारण है कि हम इसे इतनी गंभीरता से लेते हैं.” जेन्स स्टोल्टेनबर्ग ने कहा, “नाटो प्रतिक्रिया बल के तत्वों को जमीन पर, समुद्र और हवा में तैनात किया गया है. क्रेमलिन के उद्देश्य यूक्रेन तक सीमित नहीं हैं.” 

नाटो प्रमुख ने कहा, “मास्को का लक्ष्य यूक्रेन की सरकार को बदलना है. मैं यूक्रेन के सशस्त्र बलों के प्रति अपना सम्मान व्यक्त करता है, जो वास्तव में बहुत बड़ी आक्रमणकारी रूसी सेना के खिलाफ लड़कर और खड़े होकर अपनी बहादुरी और अपने साहस को साबित कर रहे हैं.”

पश्चिमी देशों की आपातकालीन बैठक
इसी बीच पश्चिमी देशों के नेताओं ने एक आपातकालीन बैठक बुलाई है और यूक्रेन के राष्ट्रपति ने ऐसे हमलों को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय मदद की गुहार लगाई है क्योंकि उन्हें आशंका है कि रूस लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई उनकी सरकार को बेदखल कर सकता है. यूक्रेन में बड़े पैमाने पर लोग हताहत हो सकते हैं और वैश्विक अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा सकता है.

ये भी पढ़ें- Russia Ukraine War: युद्ध के मैदान में रूसी सैनिक ने बनाया वीडियो, सोशल मीडिया पर हो रहा वायरल

Russia Ukraine War: जंग के मैदान में अकेला खड़ा यूक्रेन, अमेरिका ने क्यों पीछे खींच लिए पैर?

Source link

Aamawaaz

Aam Awaaz News Media Group has been known for its unbiased, fearless and responsible Hindi journalism since 2018. The proud journey since 3 years has been full of challenges, success, milestones, and love of readers. Above all, we are honored to be the voice of society from several years. Because of our firm belief in integrity and honesty, along with people oriented journalism, it has been possible to serve news & views almost every day since 2018.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button