व्यापार

एशिया के सबसे अमीर बिजनेसमैन मुकेश अंबानी और रिलायंस हर घंटे कितना पैसा कमाते हैं? जानें

[responsivevoice_button voice="Hindi Female"]

<p style="text-align: justify;">मार्केट कैपिटलाइजेशन यानी बाजार पूंजीकरण के आधार पर भारत की सबसे मूल्यवान फर्म (मोस्ट वैल्यूड फर्म) रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) ने जून में समाप्त अंतिम तिमाही में 6.32 करोड़ रुपये प्रति घंटे का मुनाफा कमाया. पिछली तिमाही में कंपनी प्रति घंटे 3.79 करोड़ रुपये मुनाफा कमा रही थी. ऐसे में पहले की तुलना में पैसा बनाने की स्पीड में 67 फीसदी तेजी आई.</p>
<p style="text-align: justify;">डे बेसिस पर देखें तो पिछली तिमाही के दौरान आरआईएल ने 151.71 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया, जो कि एक साल पहले की अवधि के 91 करोड़ रुपये प्रतिदिन के मुनाफे के मुकाबले कहीं ज्यादा है. आरआईएल के चेयरमैन मुकेश अंबानी की आरआईएल में 42% हिस्सेदारी है. मुकेश अंबानी ने इस साल की शुरुआत से अपनी संपत्ति &nbsp;608 मिलियन डॉलर (4519.6 करोड़ रुपये) या प्रतिदिन औसतन 2.86 मिलियन डॉलर (212.6 करोड़ रुपये) या 8.85 करोड़ रुपये प्रतिघंटे के हिसाब से बढ़ोतरी देखी.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>मुकेश अंबानी की कुल संपत्ति 77 अरब डॉलर से ज्यादा</strong><br />बीएसई पर आरआईएल के शेयर शुक्रवार को फ्लैट मुंबई मार्केट में लगभग 1% गिरकर 2035.40 रुपये पर बंद हुए और कंपनी का मूल्य 12,90,330 करोड़ रुपये हो गया. ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स के अनुसार इससे कंपनी के चेयरमैन मुकेश अंबानी की कुल संपत्ति 77.3 अरब डॉलर (5,74,6250 करोड़ रुपये) हो गई. &nbsp;</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>आरआईएल का निर्यात 56,156 करोड़ रुपये &nbsp;</strong><br />रिलायंस का मुनाफा 1745.7 करोड़ रुपये रेवेन्यू पर रिकॉर्ड किया गया, जो कि 72.74 करोड़ रुपये के प्रति घंटा है. रेवेन्यू में 57.4% की वृद्धि दर्ज हुई है.तिमाही के दौरान आरआईएल का निर्यात 56,156 करोड़ रुपये रहा जो प्रतिदिन 617 रुपये या प्रति घंटे 25.71 रुपये से अधिक का औसत निर्यात था.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>जियो और रिलायंस रिटेल में सबसे ज्यादा मुनाफा</strong><br />जियो प्लेटफॉर्म्स और रिलायंस रिटेल के बिजनेस ने क्रमशः 40.12 करोड़ रुपये और 10.57 करोड़ रुपये के डेली मुनाफे में योगदान दिया, जो डेली मुनाफे के आधे से अधिक है. घंटे के आधार पर जियो का मुनाफा 1.67 करोड़ रुपये रहा, जबकि रिलायंस रिटेल का मुनाफा 44 लाख रुपये रहा.<br />&nbsp;<br />कंपनी को जियो प्लेटफॉर्म्स से रोजाना 244.69 करोड़ रुपये, रिटेल ऑपरेशंस से रोजाना 423.59 करोड़ रुपये और ऑयल-टू-केमिकल्स (O2C) बिजनेस से 1134.2 करोड़ रुपये का रेवेन्यू मिला है. प्रतिघंटे के आधार पर जियो से राजस्व 10.19 करोड़ रुपये रहा. वहीं रिलायंस रिटेल राजस्व 17.64 करोड़ रुपये रहा, जबकि O2C कारोबार से राजस्व 47.25 करोड़ रुपये प्रति घंटे रहा.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>जियो ने जून तिमाही में 1.4 करोड़ नए ग्राहक जोड़े&nbsp;</strong><br />रिलायंस जियो ने जून तिमाही के दौरान 1.4 करोड़ नए ग्राहक जोड़े. यानि औसतन 1.57 लाख प्रति माह या 6547 ग्राहक प्रति घंटे. ग्राहकों ने औसतन हर दिन जियो के नेटवर्क पर बात करने में लगभग आधा घंटा बिताया और 500 एमबी से ज्यादा डेटा का इस्तेमाल किया. &nbsp;</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>यह &nbsp;भी पढ़ें</strong></p>
<p style="text-align: justify;"><strong><a href="https://www.abplive.com/business/impact-of-kovid-19-58-percent-decline-in-home-sales-in-april-june-quarter-1947933">कोविड-19 का असर, अप्रैल-जून तिमाही में घरों की बिक्री में 58 प्रतिशत की गिरावट: रिपोर्ट</a></strong></p>
<p style="text-align: justify;"><strong><a href="https://www.abplive.com/business/new-rule-new-rules-from-tomorrow-in-banking-and-these-other-sectors-this-is-how-they-will-effect-you-1947726">New Rule: बैंकिंग समेत इन सेक्टर में कल से बदल जाएंगे कई नियम, जानिए आप पर क्या पड़ेगा असर</a></strong></p>

Source link

Aamawaaz

Aam Awaaz News Media Group has been known for its unbiased, fearless and responsible Hindi journalism since 2018. The proud journey since 3 years has been full of challenges, success, milestones, and love of readers. Above all, we are honored to be the voice of society from several years. Because of our firm belief in integrity and honesty, along with people oriented journalism, it has been possible to serve news & views almost every day since 2018.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button