Share Market: बीएसई सेंसेक्स 163.11 अंक बढ़कर आज पहली बार 60,000 अंक के ऊपर बंद हुआ. वहीं एनएसई निफ्टी 30.25 अंक मजबूत होकर रिकॉर्ड 17,853.20 अंक पर बंद हुआ. इंफोसिस, एचडीएफसी बैंक और टीसीएस जैसे बड़े शेयरों में तेजी के चलते प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स 60 हजार अंक के पार गया.
सेंसेक्स में सबसे अधिक दो प्रतिशत की तेजी इंफोसिस में हुई. इसके अलावा एलएंडटी, एचसीएल टेक, एशियन पेंट्स, टीसीएस, टेक महिंद्रा और एचडीएफसी बैंक बढ़त दर्ज करने वाले शेयरों में शामिल थे.
बाजार में तेजी को लेकर स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट के अनुसंधान प्रमुख संतोष मीणा का कहना है कि सभी चिंताओं को पीछे छोड़ते हुए भारतीय शेयर बाजार में जोरदार तेजी का दौर जारी है, जहां सेंसेक्स ने 60,000 के स्तर को पार कर लिया। हम वर्ष 2003-2007 की तरह ही तेजी के बाजार में हैं, और इसके अगले 2-3 साल तक जारी रहने की संभावना है.
वहीं जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य बाजार रणनीतिकार आनंद जेम्स ने कहा कि एवरग्रैंड ऋण संकट को लेकर आशंकाएं कम होने के बाद सेंसेक्स ने 60 हजार अंक का आंकड़ा पार किया, हालांकि बाजार में दरों में बढ़ोतरी की संभावनाओं पर नजर बनाए रखनी चाहिए.
आईआईएफएल सिक्योरिटीज के सीईओ (रिटेल) संदीप भारद्वाज ने कहा कि अगले कुछ वर्षों में ठोस आर्थिक सुधार और लगातार वृद्धि की उम्मीदें तेजड़ियों को उत्साहित कर रही हैं.
सेंसेक्स को 1,000 अंक से ऐतिहासिक 60,000 के स्तर तक पहुंचने में 31 साल से थोड़ा अधिक समय लगा. सूचकांक 25 जुलाई 1990 को 1,000 अंक पर था और चार मार्च 2015 इसने 30,000 अंक के स्तर को छुआ. सेंसेक्स को 30,000 अंक का स्तर छूने में 25 साल लग गए. इसके बाद छह साल में सेंसेक्स 30,000 से बढ़कर 60,000 के स्तर पर पहुंच गया.