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कोलकाता , फ्रिज, वॉशिंग मशीन और एसी बनाने वाली कंपनियां भी स्मार्टफोन और टेलीविजन बनाने वाली कंपनियों की तरह मेक इन इंडिया के तहत बडे कदम उठाने जा रही हैं। रुपये में कमजोरी के बीच करेंट एकाउंट डेफिसिट पर काबू पाने के इरादे से सरकार ने सितंबर में व्हाइट गुड्स और इनके कंपोनेंट्स पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ा दी थी। सरकार के इस कदम के बाद कंपनियों ने रणनीति बदली है। इंडस्ट्री के एग्जिक्यूटिव्स ने बताया कि अगले दो साल में व्हाइट गुड्स सेक्टर में 6500 करोड़ रुपये से ज्यादा निवेश की तैयारी हो चुकी है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा भी निवेश का प्लान बन रहा है।
जर्मनी की बॉश और सीमेंस, तुर्की की आर्सेलिक के अलावा चीन की मीडिया, हायर और टीसीएल, जापान की पैनासोनिक के साथ गोदरेज और बीपीएल सरीखी इंडिया की कंपनियां मैन्युफैक्चरिंग और बैकवर्ड इंटीग्रेशन में निवेश की योजना बना रही हैं।
एग्जिक्यूटिव्स ने बताया कि हायर ग्रुप गुजरात में अपनी कंप्रेसर यूनिट का विस्तार कर रहा है, वहीं गुआंदोंग मेइची कंप्रेसर कंपनी कूलिंग प्लांट्स के उपकरण बनाने के लिए एक नया कारखाना लगा रही है। ये दोनों ही चीन की बड़ी कंपनियां हैं।
3०० करोड़ रुपये की अप्लायंसेज इंडस्ट्री आमतौर पर एंट्री टु मिड सेगमेंट के प्रॉडक्ट्स भारत में बनाती रही है। प्रीमियम मॉडल्स और हीट एक्सचेंज कॉइल और कंप्रेसर जैसे अहम कंपोनेंट्स का यह आयात करती रही है। उदाहरण के लिए, एसी में लगने वाले आधे से ज्यादा कंपोनेंट्स आयात किए जाते हैं।
भारत में बॉश और सीमेंस की मशीनें बेचने वाली बीएसएच हाउसहोल्ड अप्लायंसेज के एमडी गुंजन श्रीवास्तव ने कहा, सरकार के हाल में इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाने के बाद यह दुविधा ही नहीं रह गई है कि यहां उत्पादन किया जाए या आयात किया जाए। उन्होंने कहा, हमें लोकल मैन्युफैक्चरिंग में निवेश करना होगा और मेक इन इंडिया बेस बनाना होगा। ऐसा नहीं करने पर मुश्किल होगी।
केंद्र सरकार ने फ्रिज, वॉशिंग मशीन और एसी पर इंपोर्ट ड्यूटी सितंबर में दोगुनी करते हुए 20 प्रतिशत कर दी थी। वहीं उसने एसी और फ्रिज के कंप्रेसरों पर आयात शुल्क 7.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 10 प्रतिशत कर दिया था। इसके चलते इंपोर्टेड अप्लायंसेज के दाम 10 प्रतिशत तक बढ़ गए।
पैनासोनिक इंडिया के सीईओ मनीष शर्मा ने कहा कि कंपनी ने एसी कंप्रेसर जैसे कंपोनेंट्स बनाने के लिए सप्लायरों से बातचीत शुरू कर दी है।
बीएसएच चेन्नई के पास फ्रिज बनाने वाला कारखाना लगाने में करीब 800 करोड़ रुपये निवेश करने की योजना बना रही है। हाल में उसने वॉशिंग मशीनें बनाना शुरू किया था। इसी महीने मीडिया ग्रुप ने मैन्युफैक्चरिंग में 1350 करोड़ रुपये निवेश करने का ऐलान किया था। इसका करीब आधा हिस्सा कंप्रेसर बनाने में लगेगा। इसके इंडिया एमडी कृष्ण सचदेव ने कहा, यह चीन से बाहर मीडिया ग्रुप का मैन्युफैक्चरिंग में सबसे बड़ा निवेश होगा। चीन की हायर नोएडा में नए कारखाने में 3000 करोड़ रुपये लगाने जा रही है। हायर अप्लायंसेज इंडिया के प्रेसिडेंट एरिक ब्रैगेंजा ने कहा कि नोएडा में कंपोनेंट्स और प्रीमियम मॉडल बनाए जाएंगे।