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11 उद्योगपतियों ने वित्त वर्ष 2021 में दिया 100 करोड़ रुपये से अधिक का दान, ये रहे टॉप पर

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Top Donors of India: भारत में वित्तीय वर्ष 2020-21 में 11 लोगों ने 100 करोड़ रुपये से अधिक का वार्षिक दान किया है. विप्रो (Wipro) के अजीम प्रेमजी (Azim Premji) दूसरी बार भारत के परोपकारी अरबपतियों में शीर्ष स्थान बरकरार है. हाल ही में एडलगिव हुरुन इंडिया परोपकार सूची 2021 (EdelGive Hurun India Philanthropy List 2021) के अनुसार, प्रेमजी ने पिछले वित्त वर्ष में अपने दान में 23 प्रतिशत की बढ़ोतरी की. हुरुन इंडिया और एडेलगिव ने सूची के परोपकार सूची के आठवें एडिशन को जारी किया है, जिसमें 1 अप्रैल 2020 और 31 मार्च 2021 के बीच दान के मूल्य के आधार पर भारत में सबसे दानवीर लोगों की रैंकिंग की गई है.

दानवीर लोगों में से 72 दाताओं ने कुल 9,659 करोड़ शिक्षा के लिए दिए जबकि दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) नए प्रवेशकों की सूची में सबसे ऊपर रहे. उन्होंने FY21 में अपनी वार्षिक आय का एक चौथाई या 50 करोड़ रुपये का दान धर्मार्थ कार्यों के लिए दिया. 

अजीम प्रेमजी:
विप्रो के संस्थापक अध्यक्ष, अजीम प्रेमजी और परिवार ने, FY21 में 9,713 करोड़ रुपये या एक दिन में 27 करोड़ रुपये का दान दिया.  यह एडेलगिव हुरुन इंडिया परोपकार सूची 2021 में सबसे ऊपर हैं. अजीम प्रेमजी फाउंडेशन ने महामारी के लिए अपने आवंटन को इस साल जून में लगभग दोगुना (1,125 करोड़ रुपये से 2,125 करोड़ रुपये) कर दिया. दस राज्यों में टीकाकरण के काम का विस्तार करने और जरूरत पड़ने पर इसे और बढ़ाने की प्रतिबद्धता के साथ ऐसा किया गया.

शिव नादर:
एचसीएल टेक्नोलॉजीज (HCL Technologies) के संस्थापक-अध्यक्ष शिव नादर और परिवार ने एडेलगिव हुरुन इंडिया फिलैंथ्रॉपी लिस्ट 2021 में 1,263 करोड़ रुपये का दान देकर दूसरा स्थान बरकरार रखा. 2021 तक, नादर ने 30,000 से अधिक छात्रों को सीधे मदद करने के लिए फाउंडेशन के माध्यम से लगभग एक बिलियन डॉलर का निवेश किया है. अकेले 2021 में, शिव नादर फाउंडेशन ने COVID महामारी राहत के लिए 70 करोड़ रुपये का दान दिया.

मुकेश अंबानी:
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के मुकेश अंबानी और परिवार ने पिछले वित्त वर्ष में 557 करोड़ रुपये का दान दिया, और एडलगिव हुरुन इंडिया परोपकार सूची 2021 में तीसरे स्थान पर रहे. आरआईएल ने प्रति दिन 1000 मीट्रिक टन से अधिक मेडिकल-ग्रेड लिक्विड ऑक्सीजन का उत्पादन (या भारत के कुल उत्पादन 11% का उत्पादन)  किया और देश भर में 55,000 मीट्रिक टन से अधिक मेडिकल-ग्रेड लिक्विड ऑक्सीजन की मुफ्त आपूर्ति की.

कुमार मंगलम बिड़ला:

कुमार मंगलम बिड़ला और परिवार ने 377 करोड़ रुपये का दान दिया और परोपकार सूची में चौथे स्थान पर रहे. आदित्य बिड़ला समूह ने पीएम केयर्स फंड में 400 करोड़ रुपये और फिक्की-आदित्य बिड़ला सीएसआर सेंटर फॉर एक्सीलेंस को 50 करोड़ रुपये का दान दिया. बिड़ला ने भारत में एन95 मास्क, पीपीई और वेंटिलेटर की आपूर्ति के लिए 50 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं.

नंदन नीलेकणि:
इंफोसिस के नंदन नीलेकणि ने 183 करोड़ रुपये का दान दिया, और सूची में 5 वें स्थान पर रहे. नंदन नीलेकणि ने FY2021में Societal Thinking के लिए 138 करोड़ रुपये का दान दिया. इसके अलावा, नंदन नीलेकणी और रोहिणी नीलेकणी ने 2017 में गिविंग प्लेज पर हस्ताक्षर किए और अपनी आधी संपत्ति परोपकार के लिए दान करने के लिए प्रतिबद्ध है.

हिंदुजा परिवार:
हिंदुजा परिवार ने FY 21 में 166 करोड़ रुपये का दान दिया और सूची में छठे स्थान पर रहा. 1968 में स्थापित हिंदुजा फाउंडेशन, जल प्रबंधन, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा, ग्रामीण विकास और कला और संस्कृति पर केंद्रित है.

बजाज परिवार:
बजाज परिवार सातवें स्थान पर था. समूह ने FY21 में 136 करोड़ रुपये का दान दिया था. बजाज परिवार हमेशा अपने परोपकारी कार्यों के लिए जाना जाता है. इस साल मई में, उन्होंने महामारी से निपटने के लिए क्षमता और संसाधन बनाने के लिए 200 करोड़ रुपये दान करने का संकल्प लिया. यह राशि बजाज समूह द्वारा FY 21 में दिए गए 100 करोड़ रुपये के अतिरिक्त थी.

गौतम अदाणी:
गौतम अडाणी और परिवार ने वित्त वर्ष 2011 में 130 करोड़ रुपये का दान दिया और लिस्ट में आठवें स्थान पर रहे. अदानी फाउंडेशन शिक्षा, सामुदायिक स्वास्थ्य, स्थायी आजीविका और सामुदायिक बुनियादी ढांचे के विकास में काम करता है. फाउंडेशन ने देश भर में COVID-19 से संबंधित राहत प्रयासों का समर्थन करने के लिए 122 करोड़ रुपये का दान दिया.

अनिल अग्रवाल:
अनिल अग्रवाल और परिवार ने पिछले वित्त वर्ष में 130 करोड़ रुपये का दान दिया और सूची 2021 में गौतम अडानी के साथ 8 वीं रैंक साझा की। इस साल जुलाई में,  अनिल अग्रवाल फाउंडेशन ने 5,000 करोड़ रुपये के ‘स्वस्थ गांव अभियान’ घोषणा की. इस अभियान का मकसद है देश के 24 जिलों और 12 राज्यों के 1,000 गांवों को कवर करते हुए ग्रामीण परिदृश्य में शुरू से अंत तक स्वास्थ्य समाधान प्रदान करना.

बर्मन परिवार:
बर्मन परिवार ने 114 करोड़ रुपये का दान दिया और लिस्ट में 10 वें स्थान पर बनाया। डाबर समूह ने जीवन और आजीविका की रक्षा के लिए ‘कोविड-19 के लिए डाबर केयर फंड’ की स्थापना की और COVID-19 महामारी से प्रभावित लोगों की मदद की.

 

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