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केंद्रीय मंत्री एवं एलजेपी प्रमुख रामविलास पासवान का 74 साल की उम्र में निधन, पटना में होगा अंतिम संस्कार

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नई दिल्ली. केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का  गुरुवार को नई दिल्ली में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया है. पासवान के बेटे चिराग पासवान  ने ट्वीट कर ये जानकारी दी है।

पासवान पिछले काफी समय से बीमार थे और दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती थे. केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के पार्थिव शरीर को आज दोपहर 1 बजे पटना ले जाया जाएगा. इसके बाद पार्थिव शरीर को एयरपोर्ट से लोक जनशक्ति पार्टी  के प्रदेश कार्यालय में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा।

दिवंगत नेता का शव लोजपा कार्यालय से विधानसभा ले जाया जाएगा. मोदी कैबिनेट में उपभोक्ता, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मामलों के मंत्री रामविलास पासवान के दिल का ऑपरेशन 3 अक्टूबर को देर रात किया गया था. थे. रामविलास पासवान के निधन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने चिराग पासवान को फोन कर संवेदनाएं व्यक्त की हैं।

लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष रामविलास पासवान 1969 में पहली बार विधायक चुने गए थे. 5 जुलाई 1946 को बिहार के खगड़िया में जन्मे रामविलास पासवान कोसी कॉलेज और पटना यूनिवर्सिटी से अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद 1969 में बिहार के डीएसपी के तौर पर चुने गए थे. 1969 में पहली बार संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी से विधायक बनने वाले पासवान राज नारायण और जयप्रकाश नारायण का अनुसरण करते थे।

पासवान 1974 में पहली बार लोकदल के महासचिव बनाए गए. वे व्यक्तिगत रूप से राज नारायण, कर्पूरी ठाकुर और सत्येंद्र नारायण सिन्हा जैसे आपातकाल के प्रमुख नेताओं के करीबी थे।

रामविलास पासवान आठ बार लोकसभा के सांसद रह चुके थे और फिलहाल वह राज्यसभा के सांसद थे. पहली बार वह 1977 में हाजीपुर लोकसभा सीट से जनता पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर लोकसभा पहुंचे थे. इसके बाद वह 1980, 1989, 1996 और 1998, 1999, 2004, और 2014 में लोकसभा सदस्य के तौर पर देश की संसद पहुंचे।

सन् 2000 में रामविलास पासवान ने जनता पार्टी से अलग होकर लोक जनशक्ति पार्टी का गठन किया. 2004 में वह तत्कालीन सत्तारूढ़ यूपीए में शामिल हो गए. पासवान को तब केंद्रीय रासायनिक और उर्वरक मंत्री और स्टील मंत्री बनाया गया. पासवान ने 2004 का चुनाव तो जीता लेकिन वह 2009 में हार गए. 2010 से 2014 तक राज्यसभा सांसद रहने के बाद वह एक बार फिर से 2014 में हाजीपुर सीट से लोकसभा सांसद के तौर पर चुने गए।

पासवान ने दो शादियां की थीं. उनकी पहली पत्नी राजकुमारी देवी के साथ उनका रिश्ता 1969 से 1981 तक रहा. 1982 में उन्होंने रीना शर्मा से शादी की. पासवान के परिवार में उनकी पत्नी के अलावा दो बेटियां उषा और आशा पासवान और एक बेटा चिराग पासवान हैं.

उन्होंने 1981 में अपनी पहली पत्नी राजकुमारी देवी को तलाक दे दिया था जिनसे उन्हें दो बेटियां ऊषा और आशा थीं. पासवान ने 1982 में एयरहोस्टेस रीना शर्मा से शादी की थी जिनसे उन्हें एक बेटा चिराग पासवान और एक बेटी हैं.

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