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<p style="text-align: justify;"><strong>नई दिल्ली:</strong> अस्थि सर्जन एवं पद्मश्री से सम्मानित डॉक्टर रवींद्र नारायण सिंह को शनिवार को विश्व हिन्दू परिषद (वीएचपी) का नया अध्यक्ष चुना गया. बिहार से ताल्लुक रखनेवाले सिंह अब तक संगठन के उपाध्यक्ष थे. उन्हें चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए 2010 में पद्मश्री मिला था, जो देश का चौथा सर्वोच्च नागरिक सम्मान है.</p>
<p style="text-align: justify;">वीएचपी के संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हमारे न्यासी बोर्ड ने आज सर्वसम्मति से रवींद्र नारायण सिंह को हमारा अध्यक्ष चुना.’’ सिंह ने विष्णु सदाशिव कोकजे की जगह ली है, जो अप्रैल 2018 से संगठन के अध्यक्ष थे.</p>
<p style="text-align: justify;">जैन ने कहा, ‘‘कोकजे की आयु अब 82 साल है. वह वीएचपी अध्यक्ष के रूप में अपने दायित्वों से मुक्त होना चाहते थे. चुनाव उनकी इच्छाओं और हमारे संविधान के अनुरूप हुआ है.’’ उन्होंने कहा कि सिंह जाने-माने अस्थि सर्जन हैं और वह सामाजिक, धार्मिक, चिकित्सा और विभिन्न अन्य क्षेत्रों में अपने योगदान के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘वीएचपी अध्यक्ष के रूप में ऐसे व्यक्ति का चुनाव हम सबके लिए गर्व की बात है.’’</p>
<p style="text-align: justify;">संगठन के नवनिर्वाचित अध्यक्ष संवाददाता सम्मेलन में मौजूद थे और उन्होंने जैन तथा वीएचपी के अन्य नेताओं के साथ मंच साझा किया. जैन ने कहा कि महासचिव पद के लिए भी चुनाव हुआ और संगठन के वर्तमान महासचिव मिलिंद परांडे को सर्वसम्मति से फिर से इस पद के लिए चुना गया. अध्यक्ष और महासचिव पद के लिए चुनाव संगठन की संचालन परिषद और बोर्ड न्यासियों की फरीदाबाद में दो दिवसीय बैठक के बीच शनिवार सुबह हुआ.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong><a title="नवाब मलिक बोले- एनसीपी और बीजेपी नदी के दो छोर, दोनों का एक साथ आना असंभव" href="https://www.abplive.com/news/india/nawab-malik-said-ncp-and-bjp-are-two-ends-of-river-it-is-impossible-for-both-to-come-together-1941683" target="_blank" rel="noopener">नवाब मलिक बोले- एनसीपी और बीजेपी नदी के दो छोर, दोनों का एक साथ आना असंभव</a></strong></p>
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