राष्ट्रीय

जम्मू कश्मीर, हिमाचल और लद्दाख में बादल फटने से 17 लोगों की मौत

[responsivevoice_button voice="Hindi Female"]

[ad_1]

शिमला/जम्मूः हिमाचल प्रदेश और केन्द्र शासित क्षेत्रों जम्मू कश्मीर और लद्दाख में बारिश के कारण आई बाढ़ से बुधवार को कम से कम 17 लोगों की मौत हो गई और कई मकानों, खड़ी फसलों और एक लघु पनबिजली संयंत्र को क्षतिग्रस्त कर दिया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. वहीं, बुधवार को उत्तर भारत के कई हिस्सों में बारिश दर्ज की गई. जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के कई इलाकों में बादल फटने से आठ लोगों की मौत हो गई जबकि 17 अन्य लापता हैं.

किश्तवाड़ के दाचन और बाउजवा इलाके, दक्षिण कश्मीर के पवित्र अमरनाथ गुफा, उत्तर कश्मीर के बांदीपोरा और लद्दाख का कारगिल बादल फटने से प्रभावित हुआ और दर्जनों घर, कई पुल और लघु पनबिजली परियोजना क्षतिग्रस्त हो गई.

अधिकारियों ने बताया कि दाचन तहसील के होनजार गांव में सुबह करीब साढ़े चार बजे बादल फटने के कारण एक पुल के अलावा छोटी नदी के किनारे स्थित छह मकान और एक राशन की दुकान भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए. पुलिस, सेना और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) का संयुक्त राहत अभियान जारी है, और अबतक सात शव बरामद किए गए हैं जबकि 17 लोग अब भी लापता हैं.

अमित शाह ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से बात की

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि केन्द्र सरकार जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में बादल फटने की घटना से उत्पन्न स्थिति पर करीब नजर रख रही है और प्रभावित क्षेत्रों में हरसंभव मदद पहुंचाई जा रही है.

केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह से बात की और स्थिति के बारे में जानकारी हासिल की.

पुलिस महानिदेशक वीके सिंह ने बताया कि मारे गए सात लोगों में दो महिलाएं हैं. उन्होंने बताया कि जिले के माछिल,पड-डार और बुंजवाह में बाढ़ की खबर है.

किश्तवाड़ के जिना विकास आयुक्त ने बताया कि दूरस्थ लोम्बार्ड इलाके में रात बादल फटने की दो घटनाएं हुई लेकिन किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. उन्होंने बताया कि नागरिक प्रशासन की मदद के लिए सेना की दो टुकड़ियां भेजी गई है.

पवित्र अमरनाथ की गुफा के पास भी बादल फटने की घटना

दक्षिण कश्मीर स्थित पवित्र अमरनाथ की गुफा के पास भी बुधवार दोपहर को बादल फटने की घटना हुई जिससे लुढ़के चट्टानों से कुछ तंबुओं को नुकसान हुआ लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ.

इसी तरह की घटना उत्तर कश्मीर के बांदीपोरा जिले के अलूसा गांव में हुई लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ. उधमपुर और राजौरी जिले में भारी बारिश की वजह से दो पुल क्षतिग्रस्त हो गए.

लद्दाख में कारगिल के विभिन्न हिस्सों में बादल फटने की घटनाएं हुई जिससे लघु पनबिजली परियोजना को नुकसान हुआ और करीब एक दर्जन मकान क्षतिग्रस्त हो गए. हालांकि, इन घटनाओं में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. यहां के सांगरा और खंग्राल में मंगलवार शाम को बादल फटने की घटना हुई.

हिमाचल प्रदेश में आई अचानक बाढ़

हिमाचल प्रदेश में मूसलाधार बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ में कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई और सात लोगों के लापता होने की सूचना है. एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी.

राज्य आपदा प्रबंधन निदेशक सुदेश कुमार मोख्ता ने बताया कि लाहौल-स्पीति में उदयपुर में तोजिंग नाले पर बादल फटने से आई बाढ़ में सात लोगों की मौत हो गई. उन्होंने बताया कि चम्बा जिले में दो लोगों की मौत हुई है.

कुल्लू जिले में पनबिजली परियोजना के एक अधिकारी और दिल्ली के एक पर्यटक समेत चार लोग लापता हैं और उनके मारे जाने की आशंका है..

मोख्ता ने कहा कि लाहौल-स्पीति के उदयपुर में मंगलवार की रात लगभग आठ बजे अचानक आई बाढ़ में 12 मजदूर बह गए. सात शव बरामद किए गए, दो को बचा लिया गया जबकि तीन अभी भी लापता हैं. मरने वालों में चार हिमाचल प्रदेश के मंडी के हैं जबकि एक जम्मू-कश्मीर के रियासी का है. दो शवों की अभी शिनाख्त नहीं हो पाई है.

लाहौल-स्पीति के उपायुक्त नीरज कुमार ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि भूस्खलनों के मलबे में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) का एक दल बुलाया गया है. उन्होंने कहा, ‘‘एनडीआरएफ का दल रास्ते में है और उसके दोपहर तक घटनास्थल पर पहुंचने की संभावना है.’’

उन्होंने कहा कि लाहौल-स्पीति में, कई सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं और कई भूस्खलन के कारण लगभग 60 वाहन फंसे हुए हैं. भूस्खलन के कारण राज्य के कई हिस्सों में कई सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं

दिल्ली में लगातार दूसरे दिन बारिश

दिल्ली में लगातार दूसरे दिन बारिश होने से पारा कम रहा. मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में मानसून के कारण एक हफ्ते तक ‘‘हल्की से मध्यम’’ बारिश हो सकती है.

बुधवार सफदरजंग वेधशाला ने सुबह साढे आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक दिल्ली में 4.1 मिमी बारिश दर्ज की. पड़ोसी हरियाणा के कई इलाकों में भी भारी बारिश दर्ज की गई जिसकी वजह से गुरुग्राम में कई स्थानों पर जल जमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई. चंडीगढ़ सहित पंजाब के कुछ स्थानों पर भी दिन में बारिश दर्ज की गई.

गुरुग्राम में भारी बारिश की वजह से कई इलाकों में जल जमाव की स्थिति रही और यातायात प्रभावित हुआ. मौसम विभाग के मुताबिक गुरुग्राम में 91.8 मिमी बारिश दर्ज की गई.

यूपी और उत्तराखंड में भी बारिश

उत्तराखंड में कुछ दिनों से जारी बारिश की वजह से उत्तर काशी जिले में गंगोत्री और यमुनोत्री के रास्तों को जोड़ने वाली सड़क पर भूस्खलन की स्थिति की उत्पन्न हुई. उत्तर प्रदेश में भी कई स्थानों पर मध्यम दर्ज की बारिश दर्ज की गई.

महाराष्ट्र में पिछले सप्ताह हुई बारिश से संबंधित घटनाओं में मरने वालों की संख्या बुधवार को बढ़कर 213 हो गई, जिसमें केवल रायगढ़ जिले में लगभग 100 मौतें हुईं है. राज्य सरकार ने यह जानकारी दी.

बारिश से भारी तबाही के बाद पश्चिमी महाराष्ट्र में बारिश का प्रकोप कम हो रहा है और कोल्हापुर और सांगली में खतरे के निशान से ऊपर बह रही नदियों का जल स्तर कम हो गया है.

भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक 30 जुलाई तक जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में भारी बारिश का दौर जारी रहने का पूर्वानुमान है.

दो-तिहाई आबादी में कोरोना वायरस एंटीबॉडी मौजूद, इन ग्यारह राज्यों में हुआ है सर्वे

[ad_2]

Source link

Aamawaaz

Aam Awaaz News Media Group has been known for its unbiased, fearless and responsible Hindi journalism since 2018. The proud journey since 3 years has been full of challenges, success, milestones, and love of readers. Above all, we are honored to be the voice of society from several years. Because of our firm belief in integrity and honesty, along with people oriented journalism, it has been possible to serve news & views almost every day since 2018.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button