राष्ट्रीय

चीन में तबाही मचाने और 500 KM की यात्रा के बाद घर लौट रहा हाथियों का झुंड

[responsivevoice_button voice="Hindi Female"]

[ad_1]

चीन के 14 हाथियों का झुंड याद हैं ना आपको, कुछ दिन पहले इंटरनेशनल न्यूज में छाए हुए थे. 1 साल में 500 किलोमीटर से ज्यादा का सफर कर चुके हाथियों का ये झुंड अब हावापस अपने घर की तरफ लौट रहा है. 14 हाथियो का समूह, ये रिहायशी इलाके में भी नजर आए, सड़क पर खूब उधम भी मचाया. 

हाथी खेतों में अपना पेट भरते भी दिखे, कीचड़ में नहाने का भी आनंद लिया और थक जाने पर आराम करते हुए भी देखे गए. नुकसान करोड़ों का हुआ लेकिन फिर भी आम से लेकर खास अधिकारी तक, सब इनके स्वागत में लगे.

ये 14 के 14 हाथी क्यों हैं इतने खास?
दरअसल ये चीन के सबसे बड़े एनिमल रिजर्व जिशुआंगबन्ना दाई में रहते हैं. चीन में एशियाई मूल के केवल 300 हाथी ही बचे हैं, ये 14 हाथी भी उसी का हिस्सा हैं. कुछ महीनों पहले हाथियों का ये झुंड रिजर्व छोड़कर निकल गया था और निकला भी एक दो नहीं बल्कि करीब 500 किलोमीटर की सैर पर. 

रिजर्व के अधिकारियों ने हाथियों को वापस लाने की कोशिश नहीं की लेकिन लगातार निगरानी रखी. इन पर ड्रोन के जरिए नजर रखी गई. करीब 12 महीने की मस्ती के बाद इन हाथियों को घर की याद आई तो जिशुआंगबन्ना दाई रिजर्व की ओर निकल पड़े. 

हाथियों को चीन में VVIP ट्रीटमेंट
इन हाथियों को चीन में VVIP ट्रीटमेंट मिलता है. चीन के 25 हजार से ज्यादा पुलिस कर्मचारी इनकी सुरक्षा में तैनात हैं. इनको रास्ते में कोई परेशानी ना हो इसके लिए ड्रोन, ट्रकों और मजदूरों की मदद भी ली जा रही है. रास्ते में पड़ने वाले गांवो के तकरिबन 1.50 लाख लोगों को वहां से हटा दिया गया है. साथ ही आबादी वाली जगहों से दूर रखने के लिए भोजन का इस्तेमाल किया गया है.

इकोसिस्टम का इंजीनियर माने जाने वाले इन हाथियों का संरक्षण जरूरी है. लेकिन खेती और शहरी विकास के कारण हाथियों के रहने की जगह सिकुड़ सा गया है. इसलिए जंगलों को संरक्षण हाथियों के लिए ही नहीं इंसानों के लिये भी बेहद जरूरी है.

ये भी पढ़ें-
राज्यसभा सचिवालय ने हंगामे का 63 मिनट का पूरा ब्यौरा किया जारी, कहा- सुरक्षाकर्मियों में कोई बाहरी नहीं था

अफगानिस्तान: दूसरे सबसे बड़े शहर कंधार पर भी तालिबान का कब्जा, अल्पसंख्यकों को सुरक्षित निकालने में मदद करेगा भारत

[ad_2]

Source link

Aamawaaz

Aam Awaaz News Media Group has been known for its unbiased, fearless and responsible Hindi journalism since 2018. The proud journey since 3 years has been full of challenges, success, milestones, and love of readers. Above all, we are honored to be the voice of society from several years. Because of our firm belief in integrity and honesty, along with people oriented journalism, it has been possible to serve news & views almost every day since 2018.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button