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Afghanistan News: अफगानिस्तान में सुरक्षा हालात तेज़ी से बिगड़ते जा रहे हैं और इन्हीं हालातों को देखते हुए भारत सरकार ने काबुल स्थित भारतीय दूतावास में अपने अधिकारियों और कर्मचारियों की संख्या कम करने का फैसला किया है. एबीपी न्यूज़ को उच्च सूत्रों ने बताया कि अगले कुछ दिनों में काबुल स्थित भारतीय दूतावास से गैर-ज़रूरी अधिकारियों और कर्मचारियों को वापस ले आया जाएगा. सूत्रों ने बताया कि तालिबान (Taliban) के बढ़ते प्रभाव और बिगड़ते सुरक्षा हालातों को देखते हुए अपने दूतावास में काम कर रहे अधिकारियों और कर्मचारियों की संख्या कम करने के अलावा और कोई चारा भी नहीं है.
हालांकि सूत्रों का कहना है कि काबुल स्थित भारतीय दूतावास से सभी राजनयिकों को भारत वापस लाने का फैसला सुरक्षा हालातों को देखते हुए ही लिया जाएगा. भारत सरकार अफगानिस्तान के हालात पर नज़र बनाए हुए हैं और सभी भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी ज़रूरी कदम उठाए जाएंगे.
अफगानियों को शरण दे सकता है भारत
वहीं, तालिबान के बढ़ते खतरे को देख अफगानिस्तान से बड़ी संख्या में अफ़गानी नागरिक भारत आना चाहते हैं. एबीपी न्यूज़ को सरकार के उच्च सूत्रों ने बताया कि तालिबान के बढ़ते खतरे को देखते हुए अफगानिस्तान से भारत आने के लिए वीज़ा निवेदनों में काफी बढ़ोतरी हुई है. एबीपी न्यूज़ को सरकार के सूत्रों ने बताया कि अफगानिस्तान में हालात बहुत तेज़ी से बिगड़ रहे हैं, लिहाज़ा भारत सरकार अफगानिस्तान से बच कर भारत आने वाले अफ़गानी नागरिकों को शरण दे सकता है. भारत सरकार इस बारे में सकारात्मक विचार कर रही है.
गौरतलब है कि आज ही अफ़गानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ़ गनी ने कहा है कि तालिबान का मुकाबला किया जाएगा और उसे जबरन देश के बाकी हिस्सों पर कब्ज़ा नहीं करने दिया जाएगा. यही नहीं संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भी अध्यक्ष की हैसियत से भारत ने तालिबान के खिलाफ़ सख्त रुख़ अपनाया है.
यही नहीं जल्दी ही अफ़गानिस्तान के निवेदन पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक और अविलंब बैठक बुलाई जा सकती है. ज़ाहिर है, अफगानिस्तान भारत का मित्र देश है और संकट की इस घड़ी में भारत किसी भी तरह से अफ़गानिस्तान के नागरिकों का साथ नहीं छोड़ना चाहता.
Afghanistan Crisis: तालिबान ने कहा- अफगानिस्तान में हिंदुस्तानियों को हमसे कोई खतरा नहीं
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