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लखनऊ: पीलीभीत जिले में आवास उपलब्ध कराने के लिये कथित रूप से रिश्वत मांगे जाने से क्षुब्ध एक गरीब व्यक्ति ने बीसलपुर तहसील कार्यालय परिसर में आत्मदाह की कोशिश की है. उपजिलाधिकारी वंदना त्रिपाठी ने बताया कि बरखेड़ा नगर पंचायत क्षेत्र के रहने वाले लालाराम नामक व्यक्ति ने बीसलपुर तहसील कार्यालय परिसर में मिट्टी का तेल छिड़ककर आत्मदाह का प्रयास किया लेकिन वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे रोक लिया. उन्होंने बताया कि लालाराम का कहना है कि दो माह पहले हुई बारिश में उसका कच्चा मकान भी ढ़ह गया था. बेघर होने की वजह से उसने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास उपलब्ध कराने के लिये बरखेड़ा नगर पंचायत की अध्यक्ष के कार्यालय में अर्जी दी थी. वंदना के मुताबिक लालाराम का आरोप है कि नगर पंचायत अध्यक्ष के पति जमील अहमद ने उससे आवास के लिये उपलब्ध करायी जाने वाली राशि का 15 प्रतिशत हिस्सा पेशगी के तौर पर मांगा था. रुपये न दे पाने पर उसे पात्रता सूची से बाहर कर दिया गया. लाख गुहार लगाये जाने के बावजूद जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो उसने आत्मदाह की कोशिश की. उपजिलाधिकारी ने मामले की जांच कराने तथा पीड़ित को आवास दिलाए जाने के आदेश दिये हैं. प्रधानमंत्री आवास योजना पीएम मोदी की अतिमहत्वाकांक्षी योजना है. इस योजना के तहत 2022 तक सभी बेघरों को आवास उपलब्ध करा देने का लक्ष्य है. पीएम मोदी इस योजना का बखान लगभग हर रैली में करते हैं. केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल का कहना है कि केंद्र सरकार की उज्ज्वला, सौभाग्य और सभी गरीब परिवार को घर देने जैसी कल्याणकारी योजनाएं आने वाले चुनावों में पासा पलटने वाली सबित होगी और आम चुनावों में भाजपा नीत राजग दो तिहाई सीटों के साथ सत्ता में लौटेगी. लेकिन इतनी बड़ी योजना में अगर ऐसी ही रिश्वत का खेल जारी रहा तो न गरीबों का भला होगा और न केंद्र सरकार के दावे पूरे होंगे