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भारत ने कहा- हमें 9/11 आतंकवादी हमलों को भूलना नहीं चाहिए

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न्यूयॉर्कः भारत ने आतंकवाद के हर रूप की निंदा किए जाने की बात पर जोर देते हुए कहा कि 9/11 आतंकवादी हमलों, हमले के पीड़ितों और उस ‘‘घातक’’ हमले से सीखे सबक को हमें भूलना नहीं चाहिए. विदेश मंत्रालय में सचिव (पश्चिम) रीनत संधू ने संयुक्त राष्ट्र और 9/11 स्मारक एवं संग्रहालय की ओर से आतंकवाद विरोधी संयुक्त राष्ट्र कार्यालय द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में 9/11 आतंकवादी हमले में मारे गए लोगों को सोमवार को श्रद्धांजलि दी.

इस कार्यक्रम में 300 से अधिक लोगों ने शिरकत की, जिनमें संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र के उद्घाटन के लिए न्यूयॉर्क में एकत्रित 120 से अधिक सदस्य देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों का प्रतिनिधित्व करने वाले राष्ट्राध्यक्षों, मंत्रियों तथा प्रतिनिधिमंडलों के प्रमुख शामिल हैं.

यूएन में भारत के स्थायी मिशन ने किया ट्वीट

संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन ने ट्वीट किया, ”हमें उन घातक हमलों, उसमें मारे गए लोगों और उससे सीखे सबक को नहीं भूलना चाहिए. आतंकवाद का हर रूप निंदनीय है.” संधू ने 9/11 के स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की. ये स्माकर उन उत्तर और दक्षिण टावरों के स्थान पर बनाए गए हैं जो अल-कायदा के आतंकवादियों द्वारा किए हमले में ढह गए थे.

आतंकवादी हमले में भारत सहित 90 से अधिक देशों के लोग मारे गए थे

बता दें कि आतंकवादियों ने ‘अमेरिकन एयरलाइंस’ और ‘यूनाइटेड एयरलाइंस’ के विमानों का अपहरण कर उन्हें इन इमारतों से टकरा दिया था, जिससे ये ढह गईं थीं. 2001 और 1993 के आतंकवादी हमलों में मारे गए 2,983 लोगों के नाम स्मारक के किनारे कांस्य पैरापेट पर अंकित हैं. 9/11 आतंकवादी हमले में भारत सहित 90 से अधिक देशों के लोग मारे गए थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सितंबर 2014 में अमेरिका यात्रा के दौरान 9/11 स्मारक स्थल का दौरा किया था और 2001 आतंकवादी हमलों में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी थी.

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