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Mahant Narendra Giri Death Case: अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मौत मामले की जांच जल्द ही सीबीआई अपने हाथ में ले लेगी. केंद्र ने यूपी सरकार की तरफ से की गई सीबीआई जांच की सिफारिश गुरुवार को मंजूर कर ली. योगी सरकार ने बुधवार की रात को मामले की जांच केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की अनुशंसा की थी.
इससे पहले प्रयागराज एसएसपी ने मामले की जांच के लिए 18 सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया था. महंत नरेंद्र गिरि को श्रद्धांजलि देने प्रयागराज पहुंचे मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा था कि मामले को जल्द सुलझा लिया जाएगा.
महंत नरेंद्र गिरि सोमवार को अपने मठ के एक कमरे में मृत पाए गए थे. पुलिस के मुताबिक, गिरि ने कथित तौर पर पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और श्रीमठ बाघंबरी गद्दी के महंत नरेंद्र गिरि को बुधवार को पूर्ण विधि-विधान से समाधि दी गई.
महंत नरेंद्र गिरि ने कथित सुसाइड नोट में लिखा था, ‘‘मैं बहुत दुखी होकर आत्महत्या कर रहा हूं. मेरी मौत की जिम्मेदारी आनंद गिरि, आद्या प्रसाद तिवारी और उसके बेटे संदीप तिवारी की होगी.’’ आनंद गिरि, महंत नरेंद्र गिरि के शिष्य हैं, जबकि आद्या प्रसाद तिवारी बड़े हनुमान मंदिर के पुजारी हैं.
आत्महत्या के मामले में तीसरे आरोपी संदीप तिवारी को अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. इससे पहले बुधवार को अदालत ने इस मामले में दो अन्य आरोपियों-आनंद गिरि और आद्या प्रसाद तिवारी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा था.
Narendra Giri Death Case: नरेंद्र गिरि और आनंद गिरि के बीच क्या था विवाद? एबीपी न्यूज़ ने की पड़ताल
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