राष्ट्रीय

भूख हड़ताल पर IIT-NIT से पढ़े शिक्षक, इस वजह से बेरोजगार हो सकते हैं 1200 असिस्टेंट प्रोफसर

[responsivevoice_button voice="Hindi Female"]

[ad_1]

Teachers Hunger Strike: IIT-NIT से पढ़े शिक्षक, जिन्हें पिछड़े कॉलेजों को संवारने का काम दिया था, पर अपने कार्यकाल और कॉन्ट्रैक्ट खत्म होने से बेरोजगारी का खतरा और गहरा हो गया है. इन सभी शिक्षकों का कॉन्ट्रैक्ट 30 सितंबर को खत्म हो रहा है. जिसके चलते शिक्षकों ने आज भूख हड़ताल की घोषणा की है. दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे करीब 250 शिक्षकों में से 10 शिक्षक आज सुबह 9 बजे से तब तक के लिए भूख हड़ताल पर बैठे हैं जब तक कि उनको लेकर कोई निर्णय नहीं आ जाता.

ये सभी शिक्षक करीब 25 अगस्त से मंडी हाउस, शास्त्री भवन की सड़कों पर बैठकर प्रदर्शन कर रहे हैं. शिक्षकों के अनुसार वे शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मिलकर भी आए थे. जिसके बाद उन्हें जल्द और सकारात्मक निर्णय लिए जाने के संबंध में आश्वस्त किया गया था लेकिन कॉन्ट्रैक्ट खत्म होने के इतने करीब पहुंचने के बाद भी कोई निर्णय नहीं किया गया है. दरअसल केंद्रीय सरकार द्वारा TEQIP (Technical Education Quality Improvement Programme of Government of India) प्रोग्राम की शुरुआत अप्रैल 2017 में की गई. जिसके अंतर्गत IIT और NIT से पढ़े 1200 अध्यापकों को तीन साल के कॉन्ट्रैक्ट पर उन जगहों पर अच्छी शिक्षा देने के लिए रखा गया, जहां तक उच्चतम स्तर की शिक्षा पहुंच नही पाती है.

तीन साल पूरे होने पर कॉन्ट्रैक्ट को दो बार सरकार के जरिए बढ़ाया भी गया लेकिन सरकार के जरिए नौकरी पक्की करने का अपना रुख साफ नहीं किया. शिक्षकों का कहना है कि कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर करते वक्त उन्हे ‘रिटेंशन’ की बात कुछ मापदंडों के मद्देनजर देने की बात की गई थी. जैसे- इंक्रीमेंट अच्छा होने पर छात्रों की परफॉर्मेंस बेहतर होने पर इत्यादि. इन शिक्षकों को देश के 12 स्पेशल कैटेगरी राज्यों (SCS) में नियुक्त किया गया था. नियुक्ति के लिए एमटेक या पीएचडी में से एक डिग्री आईआईटी, एनआईटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थान की होना जरूरी था. वहीं मेरिट लिस्ट गेट में हासिल किए अंक और इंटरव्यू के आधार पर चयन किया गया.

इन सभी शिक्षकों का दावा है कि उन्होंने छात्रों को जी जान से पढ़ाया लेकिन अब कॉन्ट्रैक्ट खत्म होने का डर सता रहा है. बेरोजगारी के डर से जूझ रहे ये शिक्षक कोई समाधान तलाश रहे हैं और पिछले करीब डेढ़ महीने से दिल्ली की बाराखंभा रोड, शास्त्री भवन पर बैठकर शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे हैं. हालांकि इस प्रदर्शन के दौरान कई अध्यापक अपने छात्रों को ऑनलाइन क्लासेज, डाउट क्लासेज भी देते देखे जा सकते हैं.

यह भी पढ़ें:
Crime News: जालौन पुलिस ने सुलझाया 65 वर्षीय वृद्ध शिक्षक की हत्या का मामला, पत्नी निकली रिश्तों की कातिल
UP News: जालौन में अज्ञात हमलावरों ने घर में घुसकर शिक्षक की बेरहमी से की हत्या, इलाके में सनसनी

[ad_2]

Source link

Aamawaaz

Aam Awaaz News Media Group has been known for its unbiased, fearless and responsible Hindi journalism since 2018. The proud journey since 3 years has been full of challenges, success, milestones, and love of readers. Above all, we are honored to be the voice of society from several years. Because of our firm belief in integrity and honesty, along with people oriented journalism, it has been possible to serve news & views almost every day since 2018.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button