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अमीर बनना है बेहद आसान, बिना कुछ किए कैसे कमा सकते हैं पैसा? पढ़ें पूरा प्रोसेस

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Financial Planning: हम जानते हैं कि रोम एक दिन में नहीं बना था, और यह भी कॉमन है कि दुनिया की सभी अच्छी चीजों को बनने में समय लगता है. आज हमें उन लाभों के बारे में सोचने के लिए प्रोग्राम नहीं किया जाता है जिसपर इनवेस्टमेंट कर हम कर 20 साल बाद रिटर्न अर्जित कर सकते हैं. हमने यह माना है कि इनवेस्टमेंट हमारे जीवन को बेहतर और सिक्योर बनाने की क्षमता रखता है, लेकिन फिर भी इनवेस्टमेंट की बेसिक जानकारी और जागरूकता की कमी के कारण हम इस परिवर्तन को अपना नहीं पा रहे हैं. कंपाउंडिंग के चमत्कार दिखाने का कोई भी ब्लूप्रिंट नहीं है. अगर आप कम्पाउंडिंग की ताकत (Power of Compounding) को समझ लेते हैं तो आपको धनवान बनने से कोई नहीं रोक पाएगा. 

दरअसल कहीं भी निवेश करने से पहले जरूरी है कि आप फाइनेंशियल प्लानिंग (Financial Planning) कर लें. निवेश जितना जल्दी शुरू करेंगे, उतना फायदा मिलेगा. इन्वेस्टमेंट लंबी समय के लिए होना चाहिए. कम्पाउंडिंग की ताकत (Power of Compounding) तब समझ में आएगी, जब आप कम उम्र से ही निवेश की शुरुआत करेंगे. जितना ज्यादा वक्त अपने निवेश को देंगे, उतना ही फायदा आपको मिलेगा. 5-10 साल के बजाए 20-25 साल के निवेश पर कम्पाउंडिंग भी ज्यादा होगी.

इनवेस्टमेंट करने से रोकता है ये डर

निवेश के दौरान विफलता को लेकर हमारा जो डर है वही हमें हमेशा इनवेस्टमेंट करने से रोकता है. पैसा कमाने की तकनीकें जितनी सरल सुनाई देती हैं, वे उतनी ही सरल हैं. इसमें पहला थीम है- ‘कुछ नहीं करना’. कुछ नहीं करना और अमीर बनना. ये कुछ ऐसा है, जिसे सुनकर लोग पागल हो जाते हैं. पहला सवाल ये है कि आखिर ये काम कैसे करता है? असल में ये कुछ इस तरह काम करता है, छोटी अवधि में इक्विटी बाजार अस्थिर होता है, लेकिन वे समय के साथ ऊपर की ओर बढ़ता है. 25 साल तक कुछ न करना आपको काफी अमीर बना सकता है. बेशक, आपको पहले निवेश करना चाहिए और ये निवेश नियमित रूप से होना चाहिए. इसके अलावा कोई रास्ता नहीं है. यहां गौर करने वाली बात ये है कि कोई भी आपको ये नहीं बताता है कि लंबे समय तक कुछ नहीं करना आसान नहीं होता है. डेटा बताता है कि 50 फीसदी से अधिक एचएनआई (उच्च निवल मूल्य वाले व्यक्ति) निवेशक, जो दो लाख से ऊपर निवेश करते हैं. वे दो साल तक भी निवेश नहीं कर पाते हैं. 

भावनात्मक रोलर-कोस्टर की तरह होती है निवेश की जर्नी

निवेश की ये जर्नी एक भावनात्मक रोलर-कोस्टर हो सकती है. जिसमें आपका इंवेस्मेंट मार्केट प्राइस के हिसाब से ऊपर नीचे होता रहता है. जब मार्केट वैल्डू ऊपर जाता है, तो निवेशक पैसा बनाते हैं. शेयर बाजार में जरूरी नहीं है कि सिर्फ नामी गिरामी कंपनियों के शेयर ही अच्छा रिटर्न दिला सकते हैं. बाजार में ऐसे कई सस्ते शेयर मौजूद हैं, जिनके फंडामेंटल मजबूत बने हुए हैं. उन कंपनियों का बिजनेस बेहतर है और उनमें अच्छी अर्निंग की संभावनाएं बनी हुई हैं. अगर ऐसे शेयरों की पहचान हो जाए तो इनमें आगे अच्छा रिटर्न मिल सकता है. 

डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना ज़रूरी है की मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.)

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