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‘निकाहनामा’ को लेकर समीर वानखेड़े की पत्नी क्रांति रेडकर ने क्या कहा? जानें

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Sameer Wankhede Controversy: नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के मुंबई जोन के डायरेक्टर समीर वानखेड़े की पत्नी क्रांति रेडकर ने बुधवार को कहा कि उनके पति का जन्म एक हिंदू के रूप में हुआ था और उन्होंने कभी अपना धर्म नहीं बदला. क्रांति रेडकर ने 2006 में समीर वानखेड़े की पहली शादी कराने वाले काजी द्वारा किए गए उस दावे का भी विरोध किया, जिसमें काजी ने कहा है कि समीर ‘निकाह’ के समय मुस्लिम थे.

हाई-प्रोफाइल क्रूज ड्रग्स मामले में जबरन वसूली के आरोपों के बाद वानखेड़े एक राजनीतिक तूफान के केन्द्र में आ गए हैं, जिसमें अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को गिरफ्तार किया गया था. समीर डिपार्टमेंटल विजिलेंस इंक्वायरी का सामना कर रहे हैं.

नवाब मलिक ने लगाए झूठे आरोपः क्रांति रेडकर

समीर वानखेड़े से 2017 में शादी करने वाली क्रांति रेडकर ने एक संवाददाता सम्मेलन में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि मलिक उनके पति के खिलाफ झूठे आरोप लगाकर घटिया स्तर की राजनीति कर रहे हैं.

दरअसल, मलिक ने आरोप लगाया था कि वानखेड़े का जन्म एक मुस्लिम के रूप में हुआ था, लेकिन फर्जी जाति प्रमाण पत्र सहित अन्य जाली दस्तावेजों की मदद से आरक्षण के तहत नौकरी पाने के लिए समीर ने खुद को हिंदू दलित बताया और संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास की.

मां की इच्छा पूरी करने के लिए किया इस्लाम के अनुसार निकाह

एनसीबी के क्षेत्रीय निदेशक की पत्नी रेडकर ने कहा, “क्या वह काजी संविधान से ऊपर है? उसे यह दिखाने के लिए कागजात पेश करने चाहिए कि समीर वानखेड़े ने अपनी पहली पत्नी से शादी करने के लिए (इस्लाम में) धर्मांतरण किया था. समीर ने अपनी मां जोकि एक मुस्लिम थीं, उनकी इच्छा पूरी करने के लिए ही 2006 में इस्लाम के अनुसार निकाह किया था.”

क्रांति रेडकर ने अपने पति का बचाव करते हुए कहा, “यह सिर्फ एक औपचारिकता थी. समीर वानखेड़े एक हिंदू के रूप में पैदा हुए हैं. उन्होंने कभी धर्मांतरण नहीं किया. मलिक अपने दामाद से जुड़े (ड्रग्स) मामले के कारण अपनी नाराजगी की वजह से ही यह आरोप लगा रहे हैं.”

निकाहनामे पर हस्ताक्षर असलीः क्रांति रेडकर

रेडकर ने स्वीकार किया कि 2006 के निकाहनामे पर हस्ताक्षर समीर वानखेड़े के थे. लेकिन, समीर निकाहनामा के बारे में ज्यादा नहीं जानते. इस बीच, समीर वानखेड़े के पिता ज्ञानदेव वानखेड़े ने कहा कि वह NCP नेता नवाब मलिक के खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे.

ज्ञानदेव वानखेड़े ने संवाददाताओं से कहा “मेरे धर्म और जाति का नशीली दवाओं के मामलों से क्या लेना-देना है? मैं हिंदू और महार (अनुसूचित जाति) का हूं. 2006 का निकाहनामा सही है और मेरे हस्ताक्षर भी असली हैं. लेकिन मुझे दस्तावेज़ की सामग्री समझ में नहीं आई थी क्योंकि वह उर्दू में थी.”

समीर वानखेड़े और शबाना कुरैशी से हुआ था निकाह

इससे पहले दिन में मुंबई के रहने वाले मौलाना मुजम्मिल अहमद ने एक समाचार चैनल को बताया था कि उन्होंने 2006 में लोखंडवाला परिसर इलाके में समीर वानखेड़े और शबाना कुरैशी का ‘निकाह’ करवाया था. मौलाना ने कहा “दुल्हन के पिता ने लोखंडवाला परिसर इलाके में शादी कराने के लिए मुझसे संपर्क किया था. दूल्हे का नाम समीर दाऊद वानखेड़े था, जिसने शबाना कुरैशी से शादी की थी.” 

मौलाना ने यह भी दावा किया कि सभी गवाहों ने इस्लामी रीति-रिवाजों के अनुसार निकाहनामा पर हस्ताक्षर किए थे. नवाब मलिक के आरोपों का खंडन करते हुए समीर वानखेड़े ने कहा था कि उनके पिता हिंदू हैं और उनकी दिवंगत मां जाहिदा मुस्लिम थीं.

समीर वानखेड़े ने यह भी कहा था कि वह “सच्ची भारतीय परंपरा के अनुसार एक समग्र, बहु-धार्मिक और धर्मनिरपेक्ष परिवार” से संबंधित हैं और उन्हें अपनी विरासत पर गर्व है. एनसीबी अधिकारी ने बुधवार को बताया कि उन्होंने अपनी दिवंगत मां की इच्छा के अनुसार 2006 में मुस्लिम रीति-रिवाजों से शादी की थी. वानखेड़े ने यह भी कहा कि उन्होंने कभी इस्लाम धर्म नहीं अपनाया और वह एक हिंदू हैं.

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