[ad_1]
UP Elections 2022: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में विधानसभा चुनावों का बिगल बज चुका है. तमाम पार्टियां अपने चुनावी अभियान में जोर शोर से जुटी हुई हैं. इस बीच आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने राजधानी लखनऊ में ‘मेरा परिवार-भाजपा परिवार’ सदस्यता अभियान को हरी झंडी दिखाई. इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि यूपी की जनता इस बार भी 300 से ज्यादा पार्टियों का संकल्प ले. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने यूपी को नई पहचान दी है.
योगी सरकार गरीबों, पिछ़डों और कमजोरों के लिए समर्पित- अमित शाह
अमित शाह ने कहा, ”बीजेपी ने उत्तर प्रदेश को अपनी पहचान वापस दिलाने का काम किया है. बीजेपी ने उत्तर प्रदेश को देश का सबसे प्रमुख राज्य बनाने की दिशा में काम किया है. पार्टी ने सिद्ध किया है कि सरकारें परिवार के लिए नहीं, बल्कि सूबे के गरीब से गरीब व्यक्ति के लिए होती है. योगी सरकार गरीबों, पिछ़डों और कमजोरों के लिए समर्पित है.”
अपने संबोधन में अमित शाह ने जमकर अखिलेश यादव पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, ‘’अखिलेश जी ये हिसाब उत्तर प्रदेश की जनता को दीजिए कि पिछले 5 साल में आप विदेश कितने दिन रहे? बीते दिनों कोरोना आया, यूपी में बाढ़ आई, आप कहां थे?’’ शाह ने कहा, ‘’अखिलेश ने शासन खुद के लिए, परिवार के लिए और अपनी जाति के लिए किया है. इसके अलावा किसी के लिए शासन नहीं किया.’’
अमित शाह ने कहा, ‘’बाकी सभी राजनीतिक पार्टियों के लिए चुनाव सत्ता हथियाने का जरिया है. बीजेपी के कार्यकर्ता के लिए चुनाव पार्टी की विचारधारा को घर-घर पहुंचाने का चुनाव है. जनता की समस्या को जानने का चुनाव है. सरकार के किए हुए कार्यों को लोगों तक पहुंचाने का चुनाव है.’’
बीजेपी की जीत का रोडमैप बनाने की बहुत बड़ी चुनौती
अमित शाह के सामने एक बार फिर यूपी में बीजेपी की जीत का रोडमैप बनाने की बहुत बड़ी चुनौती है. ये काम उन्होंने शुरू कर दिया है. अपने पिछले दौरे में शाह ने मिर्ज़ापुर में विंध्याचल कॉरिडोर का शिलान्यास किया था. इस बार के दौरे में उन्हें यूपी विजय की नींव रखनी है. पांच सालों में यूपी में हालत बहुत बदल चुके हैं. चुनावी राजनीति के खेल और उसके नियम भी बदले है. पिछली बार अखिलेश सरकार के खिलाफ लोगों ने बीजेपी को झोली भर कर वोट दिए थे. इस बार बीजेपी को अपने काम के नाम पर वोट मांगना है. हिंदुत्व का एजेंडा अलग है और जातियों का सामाजिक समीकरण भी. ओमप्रकाश राजभर ने बीजेपी की साथ छोड़ दिया है तो संजय निषाद की पार्टी की एन्ट्री अब एनडीए में हो चुकी है.
यह भी पढ़ें-
NCB on Nawab Malik: नवाब मलिक के आरोपों पर NCB का पलटवार, पूछा- किसी के भी खिलाफ कार्रवाई करने को कहने वाले आप कौन?
PM Modi in G-20: दुनिया की सबसे बड़ी आर्थिक पंचायत में दिखेगा देश का दम, जानिए भारत पर क्यों टिकी हैं दुनिया की नज़रें
[ad_2]
Source link