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Aryan Khan Drugs Case: शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान के ड्रग केस की जांच अब मुंबई एनसीबी (NCB) के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) नहीं करेंगे. क्रूज ड्रग्स मामले सहित 6 मामलों को समीर वानखेड़े से छीनकर एनसीबी की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम को सौंप दी गई है. एक आदेश में डीजी एनसीबी ने मुंबई जोनल यूनिट से छह मामलों को सेंट्रल यूनिट को ट्रांसफर कर दिया. एनसीबी के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी संजय सिंह इन 6 हाई प्रोफाइल और चर्चित मामलों की जांच करेंगे. संजय सिंह एनसीबी के साथ डीडीजी ऑपरेशन हैं.
ये छह मामले राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रभाव के हैं. इन 6 मामलों के अंतर्राज्यीय संबंध और बॉलीवुड से जुड़े लोगों के संबंध शामिल हैं. एनसीबी सूत्रों का कहना है कि इन संवेदनशील मामलों को ट्रांसफर करने की मुख्य वजह यह है कि इन मामलों को पारदर्शी और विवाद रहित जांच के दायरे में रखना है. संजय सिंह, शनिवार को मुंबई पहुंच सकते हैं.
एनसीबी सूत्रों के मुताबिक, जिन 6 मामलों को विशेष एसआईटी (SIT) टीम को सौंपा गया है, उनमें क्रूज ड्रग्स केस मामला है, जिसमें आर्यन खान आरोपी हैं. इसके अलावा नवाब मालिक के दामाद समीर खान से जुड़ा ड्रग मामला है, जिसमें समीर खान 8 महीने जेल की सजा काटकर जमानत पर बाहर हैं. एनसीबी सूत्रों के मुताबिक, विशेष टीम उन ड्रग्स मामलों की भी जांच करेगा, जिसमें बॉलीवुड और टीवी इंडस्ट्री से जुड़े लोगों के नाम प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर सामने आए हैं. इसके अलावा नवाब मालिक ने समीर वानखेड़े पर आरोप लगाते हुए कहा था कि समीर ने मालदीव में बॉलीवुड के लोगों से 1000 करोड़ रुपये की उगाही की है. नवाब मालिक के आरोपो और उनके द्वारा चिन्हित केस की जांच भी एसआईटी (SIT) टीम करेगी.
नारकोटिक्स नियंत्रण ब्यूरो (NCB) ने एक प्रेस रिलीज में कहा कि एनसीबी मुख्यालय की संचालन शाखा के अधिकारियों से युक्त एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन एनसीबी के मुंबई क्षेत्रीय इकाई से कुल छह मामलों को लेने के लिए महानिदेशक, एनसीबी द्वारा किया गया है. इन मामलों के राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रभाव है. इस केस के आगे और पीछे के संबंधों का पता लगाने के लिए गहन जांच करने का आदेश SIT को दिया गया है.
वहीं, एनसीबी ने समीर वानखेड़े को लेकर स्पष्ट किया कि किसी भी अधिकारी को उनकी वर्तमान भूमिकाओं से हटाया नहीं गया है और जब तक इसके विपरीत कोई विशिष्ट आदेश जारी नहीं किया जाता है, तब तक वे आवश्यकतानुसार संचालन शाखा की जांच में सहायता करना जारी रखेंगे.