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Congress On Modi Government: कांग्रेस ने नोटबंदी के पांच साल पूरे होने के मौके पर सोमवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा और दावा किया कि इस कदम से देश की अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान हुआ है और इस कदर ध्वस्त हुई कि अभी तक उठ नहीं सकी. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि ये जानबूझकर की गई गलती थी इसलिए केंद्र सरकार को जनता माफ नहीं करने वाली है.
राहुल गांधी का केंद्र सरकार पर हमला
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट किया,” गलती होती तो जनता माफ़ कर देती लेकिन जान बूझकर मित्र-हित में चली गयी इस चाल की कोई माफ़ी नहीं, कितने ही साल बीत जाएं काफ़ी नहीं.”
गलती होती तो जनता माफ़ कर देती लेकिन जान बूझकर मित्र-हित में चली गयी इस चाल की कोई माफ़ी नहीं-
कितने ही साल बीत जाएँ काफ़ी नहीं। #नोटबंदी— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 8, 2021
प्रियंका गांधी ने भी किए सवाल
पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने यह सवाल किया कि अगर यह कदम सफल था तो फिर भ्रष्टाचार खत्म क्यों नहीं हुआ और आतंकवाद पर चोट क्यों नहीं हुई ? उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘अगर नोटबंदी सफल थी तो भ्रष्टाचार खत्म क्यों नहीं हुआ ? कालाधन वापस क्यों नहीं आया ? अर्थव्यवस्था कैशलेस क्यों नहीं हुई ? आतंकवाद पर चोट क्यों नहीं हुई ? महंगाई पर अंकुश क्यों नहीं लगा ?’’
अगर नोटबंदी सफल थी तो
भ्रष्टाचार खत्म क्यों नहीं हुआ?
कालाधन वापस क्यों नहीं आया?
अर्थव्यवस्था कैशलेस क्यों नहीं हुई?
आतंकवाद पर चोट क्यों नहीं हुई?
महंगाई पर अंकुश क्यों नहीं लगा?#DemonetisationDisaster— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) November 8, 2021
जयराम रमेश का भी हमला
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ‘‘पहले हमें बताया गया कि नोटबंदी का मकसद कैशलेस अर्थव्यवस्था है. जल्द ही सर्वज्ञानी ने पटरी बदल दी और कहा कि कैशलेस नहीं, बल्कि कम कैश है. अब चलन में नकदी नोटबंदी के पहले के समय के मुकाबले ज्यादा हो चुकी है.’’उन्होंने आरोप लगाया कि हर बीतते साल के साथ यह और भी स्पष्ट होता जा रहा है कि आठ नवंबर, 2016 में नोटबंदी की घोषणा दुनिया के आर्थिक इतिहास सबसे बड़ी नीतिगत गलती थी.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ नवंबर, 2016 को नोटबंदी की घोषणा की थी. इसके तहत 1000 और 500 रुपये के नोट चलन से बाहर हो गए थे. फिर 2000 और 500 रुपये नये नोट जारी किए गए थे.
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