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ED Arrests IREO MD Lalit Goyal: हाल ही में पैंडोरा लीक पेपर मामले से चर्चा में आए और IREO ग्रुप के प्रबंध निदेशक ललित गोयल को ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत गिरफ्तार किया है. उन पर निवेशकों के साथ धोखाधड़ी करने और उनके पैसों को इधर से उधर करने का आरोप है. ईडी की विशेष अदालत ने ललित गोयल को पूछताछ के लिए 7 दिन के लिए ईडी रिमांड पर भेजा है. गोयल पर निवेशकों के 2600 करोड़ रुपये से ज्यादा का फंड मनी लॉन्ड्रिंग करने का भी आरोप है. इस गिरफ्तारी को पैंडोरा पेपर लीक मामले से भी जोड़कर देखा जा रहा है.
ईडी के एक आला अधिकारी के मुताबिक ललित गोयल के खिलाफ हरियाणा पुलिस और दिल्ली पुलिस द्वारा दर्ज की गई FIR के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की थी. दिल्ली पुलिस और हरियाणा पुलिस ने यह FIR ललित गोयल और उनकी कंपनी IREO प्राइवेट लिमिटेड और उसकी सहयोगी कंपनी आई आर फिवररिवर प्राइवेट लिमिटेड और अन्य के खिलाफ दर्ज की थी.
कई टैक्स फ्री देशों में भेजा निवेशकों का पैसा
प्रवर्तन निदेशालय के आला अधिकारी के मुताबिक जांच के दौरान यह पाया गया कि ललित गोयल और उनके सहयोगियों ने निवेशकों का पैसा कई टैक्स फ्री देशों में भेजा था इनमें ब्रिटेन वर्जिन आईलैंड, मॉरिशस आदि शामिल हैं. जांच के दौरान यह बात भी सामने आई कि धोखाधड़ी करने के लिए और पैसों को इधर-उधर भेजने के लिए फर्जी खर्चों को अकाउंट बुक्स में दिखाया गया. इसके लिए शेल कंपनियों का इस्तेमाल करते हुए अन्य रास्ते भी अपनाए गए. ईडी ने अब तक की जांच के दौरान माना है कि ललित गोयल ने लगभग 2600 करोड़ रुपये इधर से उधर किए.
ईडी के मुताबिक, ललित गोयल विदेश में बने ट्रस्ट के भी लाभकर्ता थे. साथ ही हाल ही में पैंडोरा पेपर लीक मामले में भी उनका नाम 4 कंपनियों से जुड़ गया था. यह कंपनियां ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड में बताई गई थी और यह भी आरोप था कि इनमें लगभग 575 करोड़ रुपये जमा थे. ईडी ने ललित गोयल के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर भी जारी कराया हुआ था, जिससे वह देश छोड़कर भाग ना सके. पिछले सप्ताह ललित गोयल ने जब दिल्ली एयरपोर्ट पर देश से बाहर जाने की कोशिश की तो प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की.
जांच में नहीं कर रहे थे सहयोग
ईडी का कहना है कि उनसे पिछले कई दिनों से पूछताछ की जा रही थी लेकिन वह ईडी के सवालों का जवाब नहीं दे रहे थे और जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे. उनके गोल मटोल जवाबों को देखते हुए प्रवर्तन निदेशालय ने उन्हें गिरफ्तार करने का इरादा बनाया और मंगलवार सुबह गोयल को गिरफ्तार कर लिया गया. गोयल की रिश्तेदारी एक बड़े भाजपा नेता के यहां भी बताई जाती है. साथ ही गोयल का दिल्ली एनसीआर में कंस्ट्रक्शन का बड़ा काम बताया जाता है. ललित गोयल को मंगलवार को ईडी की विशेष अदालत के सामने पेश किया गया जहां से अदालत ने उन्हें पूछताछ के लिए 7 दिनों के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया. मामले की जांच जारी है.
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