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आज नौसेना में शामिल होगा INS विशाखापत्तनम, ब्रह्मोस और बराक जैसी घातक मिसाइलों से है लैस

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INS Visakhapatnam: नौसेना दिवस से पहले भारतीय नौसेना के जंगी बेड़े में एक बड़ा इजाफा होने जा रहा है. स्वदेशी स्टेल्थ मिसाइल डेस्ट्रोयर जहाज, आईएनएस विशाखापट्टनम आज भारतीय नौसेना में शामिल होने जा रहा है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में मुंबई डॉकयार्ड में आयोजित होने वाली कमीशनिंग सेरेमेनी में आईएनएस विशाखापट्टनम को भारतीय नौसेना में शामिल किया जाएगा. जबकि चार दिन बाद ही यानि 25 नबम्बर  को स्कोर्पीन क्लास की चौथी पनडुब्बी, आईएनएस वेला भी देश की समुद्री ताकत को बढ़ाने के लिए शामिल हो रही है.

अपनी समुद्री ताकत को बढ़ा रहा है भारत

आईएनएस वेला की सेरेमनी में नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह मुख्य अतिथि होंगे. भारतीय नौसेना के सह-प्रमुख (वाइस चीफ), वाइस एडमिरल एस एन घोरमाडे ने एक ऑफ कैमरा प्रेस ब्रीफिंग में बताया था कि जिस तरह वैश्विक स्तर पर बेहद तेजी से जियोपॉलिटिकल बदलाव आ रहे हैं, उसको देखते हुए बेहद जरूरी है कि भारत भी अपनी समुद्री ताकत को बढ़ाए ताकि किसी भी चुनौती का सामना कर सकें.

उसी क्रम में इसी महीने आईएनएस विशाखापट्टनम और आईएनएस वेला भारतीय नौसेना में शामिल होने जा रहे हैं. आईएनएस विशाखापट्टनम को मुंबई स्थित मझगांव डॉकयार्ड लिमिटेड (एमडीएल) ने तैयार किया है. ये नौसेना के प्रोजेक्ट 15बी का हिस्सा है, जिसके तहत चार कोलकता क्लास स्टेल्थ स्टेल्थ गाईडेड मिसाइल डेस्ट्रोयर (युद्धपोत) का निर्माण एमडीएल मे किया जा रहा है. इस क्लास के तीन अन्य युद्धपोत–मोरमुगाओ, इम्फाल और सूरत–अगले एक-एक साल के अंतराल पर बनकर तैयार होने की उम्मीद है. यानि आईएएनएस मोरमुगाओ 2023 तक, इम्फाल 2024 तक और आईएनएस सूरत 2025 तक.

आईएनएस विशाखापट्टनम के बारे में जानिए

आईएनएस विशाखापट्टनम करीब 163 मीटर लंबा है और उसका वजन करीब 7400 टन है. इस जहाज में करीब 75 प्रतिशत स्वदेशी ‘कंटेंट’ है. विशाखापट्टनम स्वेदशी हथियारों से लैस है. युद्धपोत में बीईएल की मीडियम रेंज सर्फस टू एयर मिसाइल (एमआरसैम), सतह से सतह पर मार करने वाली ब्रह्मोस, एलएंडटी कंपनी के टोरपीडो ट्यूब लॉन्चर, एलएंडटी के ही एंटी सबमरीन रॉकेट लॉन्चर और बीएचईएल की 76एमएम सुपर रैपिड गन (तोप) से सुसज्जित है.

इस वक्त भारतीय नौसेना के जंगी बेड़े में एक एयरक्राफ्ट कैरियर (आईएनएस विक्रमादित्य सहित) कुल 130 युद्धपोत हैं. इसके अलावा 39 जंगी जहाज देश के ही अलग-अलग शिपयार्ड में तैयार किए जा जा रहे हैं. हर साल 4 दिसम्बर को भारतीय नौसेना अपना स्थापना दिवस मनाती है. नौसेना अपना स्थापना दिवस 1971 युद्ध में पाकिस्तान के खिलाफ मिली विजय में निर्णायक भूमिका निभाने के उपलक्ष्य में मनाती है.

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