राष्ट्रीय

दिल्ली से आंदोलकारी किसानों की घर वापसी कितनी दूर, कितने पास?

[responsivevoice_button voice="Hindi Female"]

[ad_1]

Farms Law Repealed: कृषि कानूनों की वापसी के बाद दिल्ली की तीनों सीमाओं पर जारी किसानों का धरना कब खत्म होगा इसकी तस्वीर शनिवार को साफ हो सकती है. शनिवार सुबह सिंघु बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) की बैठक में एमएसपी कानून के लिए कमिटी और प्रदर्शन के दौरान दर्ज मुकदमों की वापसी जैसे लंबित मांगों पर चर्चा होगी और आगे की रणनीति बनाई जाएगी. 

हालांकि इसकी उम्मीद कम है कि शनिवार को धरना खत्म करने और घर वापसी का एलान किया जाएगा. पंजाब के संगठन घर वापसी के लिए संयुक्त किसान मोर्चा पर दबाव बना रहे हैं लेकिन मोर्चा सरकार से एमएसपी कानून के लिए कमिटी बनाने और मुकदमों की वापसी और मारे गए किसानों के लिए मुआवजे की मांग कर रहा है. बहरहाल सूत्रों की मानें तो सरकार और किसान संगठनों की बीच जल्द बात बन सकती है.  

एमएसपी कानून पर कमिटी बनाने के लिए पिछले दिनों सरकार द्वारा अनौपचारिक रूप से किसान संगठनों से पांच नाम मांगे गए थे. संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में इन नामों पर मुहर लगाई जा सकती है. अगर ऐसा हुआ तो इसका मतलब यह होगा कि कृषि कानूनों की वापसी के बाद किसानों की दूसरी मांग पर भी सरकार के साथ सहमति बन जाएगी. हालांकि संयुक्त किसान मोर्चा के मुताबिक सरकार की तरफ से एमएसपी पर लिखित प्रस्ताव नहीं मिला है.

मुकदमा वापसी को लेकर हरियाणा सरकार भी सक्रिय है. शुक्रवार शाम चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ किसान नेताओं की बैठक हुई. बैठक में शामिल किसान नेता गुरनाम चढूनी ने सरकार के रुख से असंतोष जताया लेकिन कहा कि ना तो सरकार का कड़ा रुख था और न ही नरम रुख था. अगर शुक्रवार की बैठक में हरियाणा सरकार और किसानों के बीच बात बन जाती तो शनिवार को संयुक्त किसान मोर्चा बड़ा एलान कर सकता था लेकिन अब यह मामला आगे टल गया है.

इसके अलावा मुआवजे की मांग भी लंबित है. सरकार ने संसद में कहा कि उसके पास इसका आंकड़ा नहीं है कि आंदोलन के दौरान कितने किसानों का निधन हुआ? लखीमपुर कांड को लेकर केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. बहरहाल मुख्य मांग एमएसपी कमिटी और मुकदमा वापसी ही है.

शनिवार की बैठक में नजर इस पर रहेगी कि घर वापसी के मुद्दे पर संयुक्त किसान मोर्चा की एकता बनी रहेगी या फिर अंदरूनी मतभेद खुल कर सामने आ जाएगा! बैठक के बाद संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस की जा सकती है. अगले हफ्ते संयुक्त किसान मोर्चा की एक और बैठक बुलाई जा सकती है.यानी दिल्ली में जारी धरना अभी कुछ दिन और जारी रहेगा.  

Jammu Kashmir: CBI ने दबिश देकर इंजीनियर समेत 3 अधिकारियों को किया गिरफ्तार, रिश्वतखोरी का है आरोप

चाइल्ड पोर्नोग्राफी केस: CBI ने गुनहगारों की धरपकड़ के लिए 100 देशों को लिखे पत्र, क्या है पूरा मामला?

[ad_2]

Source link

Aamawaaz

Aam Awaaz News Media Group has been known for its unbiased, fearless and responsible Hindi journalism since 2018. The proud journey since 3 years has been full of challenges, success, milestones, and love of readers. Above all, we are honored to be the voice of society from several years. Because of our firm belief in integrity and honesty, along with people oriented journalism, it has been possible to serve news & views almost every day since 2018.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button