[responsivevoice_button voice="Hindi Female"]
मुंबई, कोरोना वायरस का संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है. दुनिया भर में अब तक इस खतरनाक वायरस से 2 लाख 86 हज़ार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि इसकी चपेट में अब तक 40 लाख से ज्यादा लोग आ चुके हैं. भारत में भी मरीजों की संख्या 70 हजार को पार कर गई है. अभी तक कोरोना से लडऩे के लिए दुनिया भर में न तो कोई दवाई है और न ही कोई वैक्सीन. इस बीच अच्छी खबर ये है कि भारत में भी कोरोना से लडऩे के लिए एक दवाई तैयार हो रही और इसका क्लीनिकल ट्रायल तीसरे दौर में पहुंच गया है.
पिछले महीने भारत में दवा बनाने वाली कंपनी ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स ने ऐलान किया था कि वो कोरोना वायरस के मरीजों के लिए दवाई तैयार कर रही है. अब कंपनी ने कहा है कि उसने क्लीनिकल ट्रायल का तीसरा दौर शुरू कर दिया है. कोरोना के संक्रमित मरीजों पर टैबलेट फैविपिराविर का परीक्षण किया जा रहा है. कंपनी को पिछले महीने दवा महानियंत्रक (डीसीजीआई) से इसे बनाने के लिए मंजूरी मिली थी.
भारत में इस दवा का क्लीनिकल ट्रायल करीब 10 बड़े सरकारी अस्पतालों में किया जा रहा है. कंपनी के मुताबिक जुलाई या अगस्त तक इसका ट्रायल पूरा हो जाएगा. ग्लेनमार्क की वाइस प्रेसीडेंट मोनिका टंडन का कहना है कि हर कोई इसके नतीजे जानने के लिए बेहद उत्सुक है. कपंनी का ये भी कहना है कि अगर ट्रायल सफल रहा तो इस दवा की सप्लाई बिना किसी देरी के पूरे देश में की जाएगी.