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नईदिल्ली, दिल्ली सरकार ने यह साफ कर दिया है कि किसी भी व्यक्ति की मौत के बाद उसके कोरोना संक्रमण की जांच नहीं होगी. भले ही वो कोरोना वायरस के संक्रमण का संदिग्ध ही क्यों न रहा हो. इस संबंध में दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य सचिव पद्मिनी सिंगला ने एक आदेश जारी किया है. इस आदेश में कहा गया है कि मृतक का कोरोना संबंधित टेस्ट नहीं कराया जाएगा. हालांकि, अगर डॉक्टरों को संबंधित व्यक्ति की मौत का कारण कोरोना संक्रमण लगता है तो शव को संदिग्ध कोरोना संक्रमित के तौर पर भेजा जाएगा और उनका अंतिम संस्कार आईसीएमआर के गाइडलाइन के तहत किया जाएगा. यह आदेश रविवार को जारी हुआ है.
के अनुसार, पिछले दो महीनों के दौरान दिल्ली के पांच श्मशान और कब्रिस्तानों में 410 शवों को अंतिम संस्कार के लिये ले जाया गया है. इस दौरान जरूरी नियमों का पालन कोरोना के संक्रमित और संदिग्ध मरीजों के शवों के मामलों में किया गया है. राष्ट्रीय राजधानी में मृतकों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. ये संख्या 10 मई से लेकर अभी तक दोगुनी हो चुकी है. जानकारी के अनुसार, 10 मई को राजधानी में कोरोना से मरने वालों की संख्या 73 थी. वहीं एक सप्ताह के अंदर ये संख्या बढ़कर 148 हो गयी.
इससे पहले मीडिया रिपोर्टस में दिल्ली के हॉस्पिटलों और सरकार के द्वारा मृतकों के संबंध में जारी आंकड़ों में अंतर दिख रहा था. जिस पर दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन का एक बयान सामने आया. इस बयान में जैन ने कहा कि इस अंतर का कारण हॉस्पिटलों का समय से मृतकों के संबंध में आंकड़े जारी नहीं करना रहा.