राष्ट्रीय

साल 2021 में किस शब्द का हुआ सबसे ज्यादा इस्तेमाल? KOO के यूजर्स ने दिया ये जवाब

[responsivevoice_button voice="Hindi Female"]

[ad_1]

Year Ender on ABP: साल 2021 अपने आखिरी महीने में चल रहा है और नए साल का आगाज होने में चंद दिन बाकी हैं. कोरोना वायरस (Coronavirus) ने जहां इस साल जमकर कहर बरपाया तो फिल्म से लेकर खेल जगत के सितारों ने अपने प्रदर्शन से लोगों के गम को दूर करने का पूरा प्रयास किया. इस साल शेरशाह (Shershah) और राधे (Radhe) जैसी फिल्में आईं तो वहीं ओलंपिक (Olympic) में भारत को पहली बार गोल्ड मेडल हासिल हुआ. इसके अलावा टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup) का आयोजन भी हुआ. हालांकि टीम इंडिया को इसमें निराशा हाथ लगी थी. साल 2021 की इन तमाम आयोजन और घटनाओं के बीच मेड-इन-इंडिया माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म KOO एक खास मूहिम चला रहा है, जिसका नाम है KOO Year Ender Campaign. 

इस कैंपेन में लोगों से कुछ सवाल पूछे गए हैं और उनसे उनकी राय मांगी गई. KOO एप की इस मूहिम के तहत लोगों से ये भी जानने की कोशिश की गई कि इस साल सबसे ज्यादा उपयोग किया गया शब्द कौन सा है. लोगों को चार शब्दों का विकल्प दिया गया है, जिसमें ओमिक्रॉन, टूल किट, रेमडेसिवर और तालिबान शामिल है. KOO एप के इस कैंपेन को 31 दिसंबर को ABP न्यूज के शो ‘जंग जीत और जश्न’ में दिखाया जाएगा. 

ओमिक्रॉन- ओमिक्रॉन शब्द से लोगों का आमना-सामना साल के आखिरी में हुआ. कोरोना वायरस के इस नए वेरिएंट का पहला मामला साउथ अफ्रीका में सामने आया था. भारत में भी ये तेजी से पैर पसार रहा है और इसे कोरोना की तीसरी लहर के रूप में देखा जा रहा है. 

तालिबान– तालिबान वो संगठन है जिसका अफगानिस्तान में राज है. तालिबान ने अफगानिस्तान की सत्ता से अशरफ गनी को बेदखल करके देश में अपना राज शुरू कर दिया. तालिबान अपनी क्रूर हरकतों के लिए जाना जाता है. 

रेमडेसिवर एक इंजेक्शन का नाम है, जिसे लोगों ने सबसे ज्यादा कोरोना की दूसरी लहर के दौरान सुना और इसका खूब इस्तेमाल भी किया गया. रेमडेसिविर एंटी वायरल इंजेक्शन होता है. यह रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है. कोरोना की दूसरी लहर में मरीजों को ठीक करने के लिए इस इंजेक्शन का काफी इस्तेमाल हुआ था. 

टूल किट- केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली के बॉर्डर पर किसानों ने आंदोलन किया था. इस दौरान लोगों का टूल किट जैसे शब्द से भी सामना हुआ. टूल किट की चर्चा स्वीडन की जानी-मानी पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग के ट्वीट से शुरू हुई थी. उन्होंने लिखा था कि अगर आप किसानों की मदद करना चाहते हैं तो आप इस टूलकिट (दस्तावेज़) की मदद ले सकते हैं.

[ad_2]

Source link

Aamawaaz

Aam Awaaz News Media Group has been known for its unbiased, fearless and responsible Hindi journalism since 2018. The proud journey since 3 years has been full of challenges, success, milestones, and love of readers. Above all, we are honored to be the voice of society from several years. Because of our firm belief in integrity and honesty, along with people oriented journalism, it has been possible to serve news & views almost every day since 2018.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button