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रेजिडेंट डॉक्टर्स की हड़ताल लगातार 11वें दिन भी जारी, सामूहिक इस्तीफे की दी चेतावनी

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NEET-PG Counselling Delay: दिल्ली में लगातार 10 दिनों से रेजिडेंट डॉक्टर्स हड़ताल पर हैं और आज उनके हड़ताल का 11वां दिन है. डॉक्टर्स का कहना है कि प्रधानमंत्री बात करते हैं कि हमारे पास बेड हैं. पीएम मोदी बताए हम बेड का क्या करेंगे जब अस्पताल में डॉक्टर ही नहीं होंगे? मई में डॉक्टर्स को पीजी काउंसलिंग के बाद आ जाना चाहिए था लेकिन अब दिसंबर हो गया और अभी तक वो नहीं आ सके हैं.

डॉक्टर्स ने आगे कहा कि, हमारी मांग है कि काउंसलिंग जल्द से जल्द हो. हम चाहते हैं कि अगर सरकार हमारी मांगों को नहीं सुन रही है तो सुप्रीम कोर्ट इसे सुने. NEET-PG की काउंसलिंग जल्द से जल्द हो. उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि जब रेसिडेंट डॉक्टर आएंगे ही नहीं तो मरीजों का इलाज कौन करेगा?

मरीज सरकार की पॉलिसी की वजह से सफर कर रहे हैं- डॉक्टर्स

डॉक्टर्स का आगे कहना है कि, कल दिल्ली में कोरोना के 290 केस दर्ज हुए. हमें और डॉक्टर की जरूरत है ताकि हम और अच्छे से काम कर सकें. उन्होंने आगे कहा कि, आज हमें यहां खड़ा होना पड़ रहा है यानी डॉक्टर्स को सड़क पर उतरना पड़ रहा है इसका मतलब है कि इंडिया में बहुत क्रिटिकल सिचुएशन है. सरकार को यह देखना चाहिए कि हम यहां क्यों हैं? मरीज सरकार और सरकार की पॉलिसी की वजह से सफर कर रहे हैं.

डॉक्टर्स ने आगे कहा कि, हम सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचने की कोशिश करेंगे देखते हैं कब तक हमें रोका जाएगा. हम तो पहुंचेंगे हमारी डिमांड बहुत सिंपल है कि हमें NEET-PG की काउंसलिंग चाहिए ताकि हमें ज्यादा लोग मिले काम करने के लिए.

हमें बीच रास्ते में रोक दिया गया- RDA प्रेसिडेंट

RDA प्रेसिडेंट, डॉक्टर मनीष का कहना है कि, हम साइलेंट ही सुप्रीम कोर्ट की तरफ मार्च कर रहे थे हमें बीच रास्ते में रोक दिया गया. हमें जहां रोका गया हम यही अपना प्रोटेस्ट करते रहेंगे. हम मास रेसिग्नेशन देंगे और अपना लेब कोट भी देंगे कि जब उसकी इज्जत नहीं रही और जो आपके डॉक्टर है आज उन्हें रोड पर लाकर खड़ा कर दिया है. हम पिछले 11 दिनों से यहां खड़े हैं. यह सरकार को सोचनी चाहिए कि मरीज़ ही सफर कर रहे हैं. 13 राज्यो के रेजिडेंट हमारे साथ आज यहां है.

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