[responsivevoice_button voice="Hindi Female"]
[ad_1]
इंडिया गेट पर जलने वाली अमर जवान ज्योति अब से नहीं जलेगी. शुक्रवार को अमर जवान ज्योति की मशाल का नेशनल वॉर मेमोरियल की मशान में विलय करा दिया गया. पूरे सैन्य रिवाजों से इस कार्यक्रम को पूरा किया गया. सेना के अधिकारियों और जवानों ने पहले अमर जवान ज्योति पर जवानों को श्रद्धांजलि दी. इसके बाद मशाल को नेशनल वॉर मेमोरियल की ओर ले जाया गया.
अमर जवान ज्योति की स्थापना उन भारतीय सैनिकों की याद में की गई थी जोकि 1971 के भारत-पाक युद्ध में शहीद हुए थे. इस युद्ध में भारत की विजय हुई थी और बांग्लादेश का गठन हुआ था. तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 26 जनवरी 1972 को इसका उद्घाटन किया था.
[ad_2]
Source link