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PM Modi Speech In Lok Sabha: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को लोकसभा में बजट सत्र के दौरान राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब देंगे. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बजट सत्र के पहले दिन पिछले हफ्ते सोमवार को संसद में अपना अभिभाषण हिंदी में दिया था. उस दौरान 100 से ज्यादा बार ऐसा हुआ कि सदस्यों ने मेजें थपथपा कर उनके कथनों का स्वागत किया था. उनका संबोधन समाप्त होने के बाद उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने राष्ट्रपति अभिभाषण के प्रारंभिक एवं अंतिम भाग को अंग्रेजी में पढ़ा. मंच पर ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी उपस्थित थे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश, उच्च सदन में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी अग्रिम पंक्तियों में दिखाई दिए थे. केंद्रीय कक्ष में राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान अग्रिम पंक्तियों में राजनाथ सिंह, अमित शाह सहित विभिन्न केन्द्रीय मंत्री और तृणमूल कांग्रेस नेता सुदीप बंदोपाध्याय, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी एवं नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारुक अब्दुल्ला सहित विभिन्न दलों के नेताओं को देखा गया था.
कोरोना प्रोटोकॉल का हुआ था पालन
केंद्रीय कक्ष की पहली दो पंक्तियों में बैठे सांसदों ने सामाजिक दूरी के नियम का पालन किया, लेकिन उनके पीछे की पंक्तियों में बैठे कई सदस्य ऐसा करते नहीं देखे गये. केंद्रीय कक्ष की कुछ बेंच पर जहां पांच लोगों के बैठने की जगह थी, वहां सात सांसद बैठे दिखे.
अभिभाषण की शुरुआत से पहले तमिलनाडु से ताल्लुक रखने वाले कांग्रेस और द्रमुक के कई सांसदों ने राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (नीट) से संबंधित विधेयक को स्वीकृति देने में राज्यपाल द्वारा ‘विलंब किए जाने’ को लेकर विरोध जताया. उन्होंने विरोध स्वरूप तख्तियां भी दिखाईं. इस विधेयक को तमिलनाडु विधानसभा ने पारित किया है जिसमें राज्य को नीट से मुक्त करने का प्रावधान किया गया है.
राष्ट्रपति ने अपना अभिभाषण शुरू करने से पहले विरोध जता रहे सदस्यों के नाम लिए बिना कहा, ‘‘प्लीज कीप साइलेंस (कृपया शांति बनाए रखें).’’ संसद के केंद्रीय कक्ष में राष्ट्रपति ने अपने करीब 50 मिनट के भाषण में मोदी सरकार के विभिन्न मंत्रालयों के कामकाज एवं उसकी उपलब्धियों का जिक्र किया था.
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