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कर्नाटक में जनवरी में ही शुरू हो गया था हिजाब विवाद? 3 साल पहले भी हुआ था बवाल

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Hijab Controversy: कर्नाटक में शुरू हुआ हिजाब विवाद अब अन्य राज्यों में भी तूल पकड़ते दिख रहा है. इस मुद्दे ने राजनीतिक रंग भी ले लिया है. राज्य में सत्तासीन बीजेपी कॉलेज द्वारा लगाए गए वर्दी संबंधी नियमों का समर्थन कर रही है. वहीं विपक्षी दल कांग्रेस का आरोप है कि हिजाब विवाद युवाओं के दिमाग में जहर भरने की साजिश है.

दरअसल, उडुपी के एक सरकारी प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज की कक्षा में हिजाब पहनकर आई छात्राओं को कॉलेज परिसर से बाहर चले जाने को कहा गया था. जिसके बाद उनके विरोध पर दक्षिणपंथी संगठनों द्वारा समर्थित युवा हिन्दू भगवा गमछा डालकर इस मामले में कूद पड़े. गौरतलब है कि भगवा गमछा डालने वाले छात्रों को भी कक्षाओं में नहीं बैठने दिया जा रहा.

जनवरी में शुरू हुआ हिजाब मुद्दा 

पर क्या आप जानते हैं ये हिजाब मुद्दा कर्नाटक में जनवरी में शुरू हो गया था. उडुपी के सरकारी पीयू कॉलेज में जनवरी महीने में 6 मुस्लिम छात्राओं को हिजाब पहनकर कक्षा में बैठने से रोका गया था. कॉलेज ने यूनिफॉर्म पॉलिसी को इसकी वजह बताया जिसके बाद छात्राओं ने कर्नाटक हाईकोर्ट में याचिका दायर करते हुए तर्क दिया कि हिजाब पहनने की इजाजत ना देना संविधान के अनुच्छेद 14 और 25 के तहत मौलिक अधिकार का हनन है. 

3 साल पहले भी हुआ था हिजाब वाक्या

वहीं आज से करीब 3 साल पहले एक स्कूल में हिजाब को लेकर विवाद छिड़ा था. जिसके बाद ये फैसला लिया गया था कि कोई भी मुस्लिम महिला हिजाब पहनकर स्कूल नहीं आएगी. वहीं अब बीते कुछ दिनों से मुस्लिम छात्राएं हिजाब पहनकर स्कूल आने लगीं तो वहीं उनका विरोध करते हुए कुछ स्टूडेंट्स ने भगवा पहनकर स्कूल पहुंचना शुरू कर दिया.

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