लखनऊ। राजधानी लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी इलाके में केजीएमयू के डॉ. विजय कुमार को गोली मारकर कार लूटने वाले दोनों बदमाशों को पुलिस ने शनिवार रात मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों की पहचान यथार्थ सिंह उर्फ यश ठाकुर और आयुष रावत के रूप में हुई है। पुलिस की तरफ से की गई फायरिंग में आयुष के पैर में गोली लगी है।
पुलिस कमिश्नर सुजीत पाण्डेय ने बताया कि यथार्थ सिंह लखनऊ में तैनात वरिष्ठ पीसीएस अधिकारी नरेन्द्र सिंह का बेटा है। वह पहले भी सुपारी हत्या, अपहरण व लूट के मामले में जेल जा चुका है। आरोपियों के पास से लूट की कार, मोबाइल फोन, बाइक व असलहा मिला है। सुशांत गोल्फ सिटी के मकान नंबर डी-3/40 में रहने वाले डॉ. विजय कुमार सिंह केजीएमयू के एसपीएम विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं। उनके भाई चौधरीखेड़ा इलाके में रहते हैं। 20 अप्रैल को उनके परिवार में बच्चे का जन्मदिन था। लिहाजा शाम को डॉ. विजय कुमार पत्नी व बच्चों को साथ लेकर रिश्तेदार के घर गए थे। इस बीच किसी की कॉल आ जाने पर वह मोबाइल पर बात करते हुए कुछ दूरी पर खड़ी अपनी कार के पास चले गए थे। तभी पीछे से आए बाइक सवार दो बदमाश उन्हें गोली मारकर कार व मोबाइल लूटकर फरार हो गए थे।
लॉकडाउन के चलते शहर नहीं छोड़ पाए बदमाश
पुलिस कमिश्नर सुजीत पाण्डेय ने बताया कि घटना के खुलासे के लिए पुलिस की 26 टीमें गठित की गई थीं। इसमें 4 टीमों को टैक्टिकल सर्विलांस, 12 टीमों को लोकल इंटेलिजेंस व 10 टीमों को सीसीटीवी कैमरे खंगालने की जिम्मेदारी दी गई थी। पुलिस ने आसपास के 78 गांवों में जाकर पड़ताल की। जांच में सामने आया कि कार लूटकर भागे बदमाश शहर छोड़ना चाहते थे। इस क्रम में पहले वह लोग गोसाईंगंज के खुर्दही बाजार, फिर सुल्तानपुर रोड और अंत में इंदिरा डैम तक गए। लेकिन, इन सभी जगहों पर पुलिस कर्मी लॉकडाउन के तहत बैरियर लगाकर चेकिंग करते मिले। लिहाजा बदमाश शहर से बाहर नहीं भाग पाए और वापस लौट गए थे।
एक और वारदात को अंजाम देने निकले थे
एसीपी कृष्णानगर दीपक कुमार सिंह ने बताया कि सर्विलांस और लोकल इंटेलिजेंस की मदद से यह साफ हो गया था कि बदमाश सुशांत गोल्फ सिटी इलाके में ही ठिकाना बनाए हैं। शनिवार रात उन लोगों की लोकेशन अवध विहार योजना में मिली। पुलिस ने फौरन मौके पर पहुंच कर घेराबंदी की तो बदमाशों ने फायरिंग कर दी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में आयुष रावत के पैर में गोली लग गई। जिसके बाद आयुष और यथार्थ को घेरकर दबोच लिया गया। एसीपी ने बताया कि आयुष गोसाईंगंज के रसूलपुर का रहने वाला है। वहीं, यथार्थ ठाकुर गंगोत्री अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 205 में रहता है। आरोपियों ने कबूला कि वह लोग लूट की एक और वारदात करने के इरादे से निकले थे।