पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गाजियाबाद की घटना का जिक्र करते हुए योगी आदित्याथ सरकार को घेरने की कोशिश की है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘गाजियाबाद में अपनी बेटी के साथ बाइक पर जा रहे एक पत्रकार को गोली मारने से प्रदेश की जनता सकते में हैं। भाजपा सरकार स्पष्ट करे कि कानून-व्यवस्था की धज्जियां उड़ाने वाले इन अपराधियों-बदमाशों के हौसले किसके बलबूते पर फल-फूल रहे हैं।’ उनके नवजीवन के लिए प्रार्थना!
मायावती ने शोकग्रस्त परिवार को दी सांत्वना
वहीं, दूसरी ओर बसपा प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने योगी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘अभी हाल ही में, यूपी के जंगलराज में, गाजियाबाद में अपनी भांजी के साथ छेड़छाड़ करने के विरोध में, पत्रकार विक्रम जोशी को गोली मारकर बुरी तरह से घायल किया गया, जिनकी आज मृत्यु हो जाने पर दुःखी परिवार के प्रति बीएसपी की गहरी संवेदनायें। साथ ही, बीएसपी की यह भी मांग है कि यूपी सरकार द्वारा पीड़ित परिवार को आज जो कुछ भी मदद करने की बात कही गई है तो उसे सरकार समय से भी दे और इसके लिए पीड़ित परिवार को अधिकारियों के चक्कर न काटने पड़े तो यह बेहतर होगा।
यूपी में कानून नहीं, बल्कि जंगलराज चल रहा है: मायावती
वहीं, अपने तीसरे ट्वीट में मायावती ने लिखा, ‘पूरे यूपी में हत्या व महिला असुरक्षा सहित जिस तरह से हर प्रकार के गंभीर अपराधों की बाढ़ लगातार जारी है उससे स्पष्ट है कि यूपी में कानून का नहीं बल्कि जंगलराज चल रहा है अर्थात् यूपी में कोरोना वायरस से ज्यादा अपराधियों का क्राइम वायरस हावी है। जनता त्रस्त है। सरकार इस ओर ध्यान दे।’
इस्तीफा दीजिए और गोरखपुर लौट जाइए: अजय कुमार लल्लू
यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने भी गाजियाबाद की घटना के बाद प्रदेश के सीएम योगी अदित्यनाथ से इस्तीफा मांगा है। साथ ही वीडियो ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा, ‘गाजियाबाद के पत्रकार साथी का क्या गुनाह था? क्या अपने परिवार की सुरक्षा के लिए न्याय की गुहार लगाना गुनाह है? मुख्यमंत्री जी ! यह प्रदेश आपसे नहीं संभल रहा। इस्तीफा दीजिए और गोरखपुर लौट जाइए। गोरखपुर आपका इंतज़ार कर रहा है।’