नईदिल्ली, इस वर्ष होने वाले स्वतंत्रता दिवस समारोह को लेकर गृह मंत्रालय ने कोरोना के मद्देनजर दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इस बार स्वतंत्रता दिवस की सुबह लाल किले पर नजारा बदला-बदला दिखेगा। कोरोना वायरस संकट के कारण स्वतंत्रता दिवस समारोह में स्कूली बच्चों को नहीं बुलाया जाएगा और मेहमानों की संख्या भी कम की जाएगी।
मंत्रालय ने सभी सरकारी कार्यालयों, राज्यों, राज्यपालों आदि से कहा है कि वे सार्वजनिक आयोजन से बचें और समारोहों के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करें। बैठने के लिए कई जगहों पर कालीनों की जगह कुर्सियां इस्तेमाल की जाएगी और सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी पर्सनल प्रोटेक्टिव इच्पिमेंट किट पहने नजर आएंगे। इस दौरान जगह-जगह हैंड सैनिटाइजर रखे जाएंगे। सभी के लिए मास्क पहनकर आना जरूरी होगा। बैठने की अलग व्यवस्था होगी और दो गज की दूरी सुनिश्चित की जाएगी।
हर साल लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह के मौके पर लगभग एक हजार के करीब विशेष अतिथि बुलाए जाते हैं लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा। इस साल संख्या को 250 के करीब ही रखा जाएगा। 15 अगस्त की दोपहर को राष्ट्रपति भवन में जो एट होम कार्यक्रम होता है उसमें भी कोविड नियमों का ध्यान रखा जाएगा। इसके अलावा थीम कोरोना योद्धाओं को समर्पित की जाएगी।
माना जा रहा है कि केंद्रीय मंत्रियों, वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा कोरोना योद्धाओं को भी न्योता दिया जा सकता है। उत्तरी दिल्ली की डीसीपी मोनिका भारद्वाज ने कहा, इस साल महामारी के कारण एनसीसी को छोड़कर स्कूली बच्चे समारोह में शामिल नहीं होंगे। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाएगा और पुलिसकर्मी पीपीई किट में होंगे। साथ ही कई जगहों पर सैनिटाइजेशन प्वाइंट भी बनाए जाएंगे। वहीं सूत्रों का कहना है कि समारोह से जुड़े बाकी कार्यक्रमों और दूसरे बिंदुओं को उस समय तक कोरोना संक्रमण के हालात देखकर अंतिम रूप दिया जाएगा।
[responsivevoice_button voice="Hindi Female"]