लखनऊ। यूपी रोडवेज के एमडी डॉ. राजशेखर ने अपने विभागीय कार्य में लापरवाही बरतने वाले एटा, फर्रूखाबाद व इटावा डिपो के एआरएम से लेकर यातायात अधीक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए सीधे मुख्यालय से संबद्ध करने का निर्देश जारी कर दिया है। मिली जानकारी के तहत रोडवेज मुख्यालय को एटा-फरूर्खाबाद मार्ग पर भ्रष्टाचार की गोपनीय सूचना प्राप्त होने पर मुख्यालय प्रवर्तन दल के यातायात अधीक्षक, हरदोई क्षेत्र के उक्त मार्ग पर औचक निरीक्षण को निकला। इस दौरान प्रवर्तन दल ने पाया कि एटा डिपो की बस संख्या यूपी 81-एएफ-1887 जिसके चालक लायक सिंह व परिचालक राहुल कुमार थे, को हजियापुर स्थान पर प्रात: लगभग 10 बजे चेक किया गया। बस में कुल 68 यात्री यात्रारत थे, जिनमें से 52 यात्री बिना टिकट पाये गये। इसके बाद फिर परिवहन निगम के प्रबन्ध निदेशक ने भ्रष्टाचार के विरूद्ध जीरो टॉलरेन्स की नीति पर काम करते हुए संबंधित अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर मुख्यालय से सम्बद्ध करने का निर्देश दिा। मुख्यालय से अटैच करने वाले रोडवेज अधिकारियों में मदन लाल, एआरएम एटा डिपो, अंकुर विकास एआरएम फरूर्खाबाद डिपो शामिल हैं। जबकि इसी प्रकार मार्ग पर शिथिलता बरतने व प्रवर्तन में लापरवाही वाले उपाधिकारियों को निलम्बित किये जाने के निर्देश सम्बंधित अधिकारी को दिये गये जिसमें अजय कुमार पाण्डेय, यातायात अधीक्षक इटावा क्षेत्र, सूरत सहाय, सहायक यातायात निरीक्षक, फरूर्खाबाद डिपो वेदराम, सहायक यातायात निरीक्षक, सम्बद्ध एटा डिपो, संजय कुमार, सहायक यातायात निरीक्षक सम्बद्ध एटा डिपो शामिल हैं। वहीं बस संख्या यूपी 81-एएफ-1887 के चालक लायक सिंह व परिचालक राहुल कुमार की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गयी हैं।
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