लखनऊ, राजधानी में स्वास्थ्य सुविधाओं की हकीकत जानने के लिए शुक्रवार को डीएम अभिषेक प्रकाश ने रियलटी चेक किया। जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश अचानक स्मार्ट सिटी ऑफिस स्थित इंट्रीग्रेटेड कोविड-19 कंट्रोल एंड कमांड सेंटर पहुंचे और यहां पर होम आइसोलेशन व पब्लिक ग्रीवेंस रिड्रेसल सिस्टम द्वारा प्रदान की जा रही विभिन्न सेवाओं जैसे एंबुलेंस ,हॉस्पिटल ऐडमिशन, डोर स्टेप मेडिसिन डिलीवरी आदि कार्यों का रियलिटी चेक किया और कॉलिंग एजेंट बनकर स्वयं कोविड-19 रोगियों से विस्तार से वार्ता भी की।
जिलाधिकारी द्वारा होम आईसोलेशन में रहने वाले रोगियों से कॉल कर के उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी हासिल की तथा दवाइयों की किट व परिवार के लोगो की टेस्टिंग आदि के बारे में भी जानकारी हासिल की। इसके साथ ही पब्लिक ग्रीवेंस रिड्रेसल सिस्टम द्वारा प्रदान की जा रही विभिन्न सेवाओं जैसे एंबुलेंस ,हॉस्पिटल ऐडमिशन, डोर स्टेप मेडिसिन डिलीवरी इत्यादि से सम्बंधित शिकायतों के निस्तारण के सत्यापन के उद्देश्य से शिकायतकर्ता को कॉल किया गया और उनकी शिकायत पर क्या कार्यवाही हुई उससे वह सन्तुष्ट हैं अथवा नहीं इसकी भी जानकारी हासिल की।
एक एक कर के स्वयं जिलाधिकारी द्वारा शिकायतकर्ताओं को कॉल करके उनका फीडबैक लिया गया।
इस क्रम में डीएम अभिषेक प्रकाश ने होम आईसोलेशन रोगी रेणुका पाल निवासी रायबरेली रोड को कॉल लगाया गया। जिलाधिकारी ने रेणुका से उनके स्वास्थ्य सम्बंधित जानकारी जैसे कि टेम्परेचर व ऑक्सीजन लेवल की जानकारी ली और पूछा कि उनको मेडिसिन की किट प्राप्त हुई अथवा नहीं, जिसके बारे में रेणुका द्वारा बताया गया कि उन्हें दवा की किट प्राप्त हो गई है।
इसके साथ ही निकटतम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से कॉल करके स्वास्थ्य सम्बंधित जानकारी भी निरन्तर ली जा रही है। इसी प्रकार से जिलाधिकारी द्वारा होम आईसोलेशन में मुकेश राव निवासी इंद्रानगर, प्रभजोत सिंह निवासी गोमतीनगर, रंजीत सिंह आईआईएम रोड, आशा सिंह गोमतीनगर व राधा गुप्ता ऐशबाग आदि से कॉल करके उनका हाल लिया गया।
इसके बाद डीएम ने पब्लिक ग्रीवेंस रिड्रेसल सिस्टम द्वारा प्रदान की जा रही विभिन्न सेवाओं जैसे एंबुलेंस ,हॉस्पिटल ऐडमिशन, डोर स्टेप मेडिसिन डिलीवरी आदि कार्यों का रियलिटी चेक करने के उद्देश्य से शिकायतकर्ता को कॉल करके उनका फीडबैक लिया। इस क्रम में उन्होंने विनय कुमार निवासी गोमतीनगर को कॉल किया गया। पूर्व में विनय कुमार द्वारा हास्पिटल एलोकेशन के लिए कॉल किया गया था।
जिलाधिकारी द्वारा विनय कुमार से पूछा गया कि उनको हास्पिटल में भर्ती कराया गया है कि नहीं। विनय कुमार द्वारा बताया गया की पब्लिक ग्रीवेंस में कॉल करने के बाद उनको एरा हास्पिटल एलॉट कर दिया गया और वह हास्पिटल में एडमिट हैं।