लखनऊ। उत्तर प्रदेश के हाथरस में दरिंदगी की शिकार दलित लड़की ने करीब 15 दिनों तक जिंदगी की जंग लड़ने के बाद दुनिया को अलविदा कह दिया। पीड़िता ने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया है।
हाथरस के चंदपा क्षेत्र में 14 सितंबर को सामूहिक बलात्कार की शिकार पीड़िता को सोमवार को अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज से गंभीर हालत में दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
पीड़िता की मौत के बाद आखिलेश यादव ने यूपी सरकार को आड़े हाथ लिया है। उन्होंने ट्विट करते हुए कहा कि हाथरस की गैंगरेप एवं दरिंदगी की शिकार एक बेबस दलित बेटी ने आखरिकार दम तोड़ दिया। नम आंखों से पु्ष्पांजलि। आज की असंवेदनशील सत्ता से अब कोई उम्मीद नहीं बची।
इसके अलावा प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट किया कि हाथरस में हैवानियत झेलने वाली दलित बच्ची ने सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया। दो हफ्ते तक वह अस्पतालों में जिंदगी और मौत से जूझती रही।
हाथरस, शाहजहांपुर और गोरखपुर में एक के बाद एक रेप की घटनाओं ने राज्य को हिला दिया है।
युवती के भाई ने तहरीर देकर चंदपा कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था कि उसकी बहन अपनी मां के साथ खेत पर चारा लेने के लिए गयी थी। तभी संदीप द्वारा पुरानी रंजिश व मुकदमेबाजी को लेकर जान से मारने की नियत से गला दबा दिया था।
संदीप ने अपने चार साथियों सहित बहन साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और जान से मारने की नियत से गला दबाया।