वॉशिंगटन, रिपब्लिकन पार्टी के दावों के उलट भारतीय-अमेरिकिय़ों की पहली पसंद अभी भी डेमोक्रेटिक पार्टी है। राष्ट्रपति चुनाव में भी वह अपना पाला नहीं बदलते नजर आ रहे हैं। एक नए सर्वे के मुताबिक, लगभग 72 फीसदी रजिस्टर्ड वोटर डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडन के साथ हैं। वहीं, 22 फीसदी राष्ट्रपति ट्रंप के समर्थन में खड़े दिख रहे हैं। हालांकि यह सर्वे मात्र 936 भारतीय अमेरिकी मतदाताओं पर किया गया था।
जो बाइडन का सीनेटर कमला हैरिस को अपना उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार चुनना उनके पक्ष में गया है। इससे काफी हद तक अमेरिकी-भारतीय वोटर डेमोक्रेटिक पार्टी के पक्ष में गोलबंद हो रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, डमोक्रेट्स के प्रति भारतीय-अमेरिकियों के मजबूत समर्थन की वजह उनकी रोजमर्रा से जुड़े मुद्दे जैसे हेल्थकेयर और अर्थव्यवस्था हैं। न कि राष्ट्रपति ट्रंप का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संबंध।
हालांकि, भारत से अमेरिका के संबंधों को लेकर लगभग एक समान लोगों ने ट्रंप की नीतियों को सही और गलत ठहराया है। लगभग 33 फीसदी सही मानते हैं, तो 37 फीसदी के करीब लोग सही नहीं मानते हैं। सर्वे के आंकड़े वास्तविकता से अलग भी हो सकते हैं। इंडियन अमेरिकन एटीट्यूड सर्वे (ढ्ढ्र्रस्) ने सितंबर में 936 भारतीय अमेरिकी मतदाताओं के जवाबों के आधार पर यह डेटा जारी किया है।
अपने ऑनलाइन सर्वे में एजेंसी ने कहा है कि पिछले सर्वे के अनुसार ही भारतीय मूल के मतदाता डेमोक्रेटिक पार्टी का समर्थन करते हुए दिखाई दे रहे हैं। सर्वे में शामिल 56 फीसदी लोगों ने डेमोक्रेटिक पार्टी का समर्थन किया है, जबकि 15 फीसदी लोगों ने रिपब्लिकन को अपनी पसंद बताया है।
भारतीय अमेरिकी लोगों ने सर्वे में यह भी कहा है कि उनके वोट करने के कारकों में भारत-अमेरिका संबंध बड़ा कारक नहीं है। माना जा रहा है कि यह डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ जा सकता है। अमेरिका में तीन नवंबर को चुनाव होने हैं।