वॉशिंगटन , ब्रिटेन और कनाडा के बाद अब अमेरिका में फाइजर की कोरोना वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिल सकती है। अमेरिकी सरकार के एक सलाहकार पैनल ने फाइजर-बायोएनटेक कोरोना वैक्सीन के आपातकालीन स्वीकृति की सिफारिश की है।
पैनल ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि टीके का संभावित लाभ इसके जोखिमों को कम करता है। फाइजर ने अमेरिकी सरकार से वैक्सीन से इमरजेंसी इस्तेमाल को लेकर इजाजत मांगी थी। इस मामले में आठ घंटे की जनसुनवाई के बाद खाद्य और औषधि प्रशासन (एफडीए) के टीके और संबंधित जैविक उत्पाद सलाहकार समिति (वीआरबीपीएसी) ने फाइजर और उसके जर्मन साथी बायोएनटेक द्वारा विकसित वैक्सीन की सिफारिश करने के लिए वोट दिए।
इससे पहले फाइजर की वैक्सीन को ब्रिटेन और बहरीन आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति दे चुके हैं। फाइजर ने भारत सरकार से भी वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की इजाजत मांगी है। सरकार की ओर से इस पर विचार किया जा रहा है। हालांकि इस वैक्सीन में भारत के लिहाज से सबसे बड़ी कमी इसके लिए कोल्ड चेन तैयार करने की है। इस वैक्सीन को शून्य से 70 डिग्री कम तापमान पर स्टोर किया जाता है।
बता दें, इस वैक्सीन को ब्रिटेन में मंजूरी मिल चुकी है और वहां टीकाकरण शुरू हो गया है। मंजूरी मिलने के बाद जनवरी के पहले हफ्ते से अमेरिका के स्वास्थ्य कर्मचारियों, नर्सों को कोरोना की पहली डोज दी जाएगी। फाइजर के चेयरमैन और सीईओ अल्बर्ट बोर्ला ने कहा है कि एफडीए के वैक्सीन एडवाइजर्स ने इमर्जेंसी इस्तेमाल की सिफारिश के पक्ष में मतदान किया है, इस बात की उन्हें खुशी है।