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पपीता फायदे की बजाए नुकसान भी पहुंचा सकता है न करें इन 7 कंडीशन में सेवन

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मैग्नीशियम, पोटेशियम, नियासिन, प्रोटीन और कैरोटीन और डायटरी फाइबर से भरपूर पपीता का सेवन सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। मगर क्या आप जानते हैं पपीता खाना सेहत के लिए हानिकारक भी हो सकता है। जी हां, आयुर्वेद के अनुसार कुछ हेल्थ कंडीशन में पपीते का सेवन फायदे की बजाए नुकसान पहुंचा सकता है। तो चलिए आपको बताते हैं कि आखिर पपीता को कब खाना चाहिए और कब नहीं…..
1. भले ही पपीते का सेवन सेहत के लिए फायदेमंद हो लेकिन प्रैग्नेंसी के दौरान इसका सेवन नुकसान ही पहुंचाता है। इसको खाने से गर्भपात होने का खतरा भी बना रहता है। दरअसल, पपीता गर्भाशय को संकुचित कर देता है, जिससे गर्भपात का खतरा बढ़ जाता है।
2. गर्भावस्था के दौरान ही नहीं बल्कि डिलीवरी होने के कुछ समय बाद तक भी पपीते का सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि पपीते में पापैन नामक विषाक्त पदार्थ होता है, जो छोटे बच्चे के लिए हानिकारक होता है। इसके अलावा जब तक बच्चा 1 साल का ना हो जाए उसको पपीता ना खिलाएं।
3. जो लोग कैरोटेनेमिया नामक रोग से पीडि़त हैं उनको बिल्कुल भी पपीते का सेवन नहीं करना चाहिए। इसमें लेटेक्स नाम का पदार्थ पाया जाता है जो कैरोटेनेमिया से पीडि़त लोगों में स्किन एलर्जी का कारण बनता है।
4. पपीता शुगर लेवल को कम करता है। ऐसे में अगर आपको लो ब्लड प्रेशर की समस्या है तो गलती से भी इसका सेवन ना करें। वहीं अगर आप बीपी को नियंत्रित करने वाली दवाई ले रहे हैं तो डॉक्टर की सलाह पर ही इसका सेवन करें।
5. अध्ययन के मुताबिक, ज्यादा मात्रा में विटामिन सी लेने से किडनी में पथरी की समस्या हो सकती हैं। वहीं पपीते में विटामिन सी काफी मात्रा में पाया जाता है, जिससे पथरी की प्रॉब्लम हो सकती है।
पेट खराब, दस्त होने पर भी पपीते से दूर रहें। दस्त होने पर अगर आप पपीता खा लेते हैं तो लेने के देने पड़ सकते हैं।
6. जिन लोगों की हार्ट संबंधित परेशानी के चलते जो लोग खून पतला करने के लिए दवाईयां लेते हैं उन्हें पपीते से दूर रहना चाहिए।
7. दिनभर में 1 से ज्यादा कप पपीता खाने से बचना चाहिए क्योंकि ज्यादा पपीता खाने से आपका गला प्रभावित हो सकता है।

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