नईदिल्ली, सोने की गिरती कीमतें ने गोल्ड लोन लेने वालों के लिए संकट खड़ा कर दिया है। बैंक औैर गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों ने गोल्ड लोन पर कर्ज की मियाद घटा दी है। साथ ही पहले से लिए हुए गोल्ड लोन के लिए अतिरिक्त कोलेट्रल (मार्जिन मनी) की मांग कर रहे हैं।गोल्ड लोन उपलब्ध कराने वाली कंपनी मुथूट फाइनेंस ने उन उधारकर्ताओं को सस्ते ब्याज दर और अन्य प्रोत्साहन देने का फैसला किया जो मासिक या जल्द गोल्ड लोन चुकाने का विकल्प चुन रहे हैं।
सोने की कीमतों पर नजर डाले तो सोना अपने उच्चतम स्तर से 11,000 रुपए तक नीचे लुढ़क चुका है। 7 अगस्त को सोना अपने उच्चतम स्तर 56,200 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया था, जिसके बाद से सोने की कीमत में गिरावट की स्थिति बनी हुई है। दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना सोमवार को गिरकर 44,964 रुपये प्रति दस ग्राम पर बंद हुआ। इसके अनुरूप चांदी का भाव भी 216 रुपये की गिरावट के साथ 64,222 रुपये प्रति किलोग्राम रह गया।
क्रिप्टोकरेंसी बिटचइन ने निवेशकों को जबदरस्त रिटर्न दिया है। साल 2020 में बिटचइन के भाव में 2019 के मुकाबले 5 गुना उछाल दर्ज किया गया था। इसेस निवेशकों का रुझान सोने से हटकर बिटचइन की तरफ गया है।कोरोना संकट के बीच डॉलर और अमेरिकी यिल्ड में निवेशकों को तकड़ा रिटर्न मिला है। इसके साथ ही जोखिम भी कम है। इसको देखते हुए निवेशक एक बार फिर से सोना से पैसा निकालकर डॉलर में लगा रहे हैं जिससे बिकवाली हावी है।
देश में तेजी से बढ़ते कोरोना के मामले को देखते हुए कमोडिटी विशेषज्ञों का कहना है कि सोने की कीमत एक बार फिर 50 हजार रुपये प्रति दस ग्राम पर पहुंच सकता है। वहीं, मजबूत हाजिर मांग के कारण सटोरियों ने ताजा सौदों की लिवाली की जिससे वायदा कारोबार में सोमवार को सोना 13 रुपये की तेजी के साथ 45,431 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया।